Sanjay Done Insolent Behaviour. Congress Senior Leader Apology on Fake Alleges.
आप पार्टी टीवी पर कर रहे बद्तमीजी
दिनांक 18 Dec 2020 को कृषि क़ानूनों को लेकर विवादों के बीच आप पार्टी के नेता “संजय सिंह” एंकर रुबिका लियाकत के टीवी डिबेट में पहुंचे ! इस मामले में एंकर रुबिका ने आप नेता से सवाल पूछ लिया कि जब कृषि कानून किसान विरोधी है तो केजरीवाल सरकार ने दिल्ली में दिनांक 23 Nov 2020 को नोटिफाई क्यूँ किया ? इस सवाल पर संजय सिंह के पास जवाब ना होने के कारण बौखलाते हुए दिखाई दिये जिसमे आप नेता ने एबीपी और एंकर को अडानी-अम्बानी के हाथों बिकाऊ बताने लगे ! जब एंकर ने आपत्ति की तो टीवी डिबेट में आप नेता के जवाब ना होने के कारण ऊँगली दिखा कर बात करते हुए धमकी देने लगे !
This is an appreciation tweet for @RubikaLiyaquat ma'am. 🔥
— Momos (शहीनबाग वाली फार्मर) (@momo_classygirl) December 18, 2020
More power to you ❤️#RubikaLiyaquat
pic.twitter.com/RcbAqAfEAE
असल में आप सरकार लगातार इस मुद्दे पर घिरती जा रही है ! एक तरफ पंजाब संगठनों, कुछ हरियाणा संगठनों द्वारा दिल्ली बार्डर पर कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन चल रहा है ! वही दूसरी तरफ, आप पार्टी ने सन 2017 के पंजाब में चुनाव के दौरान अपने मेनिफेस्टो में पॉइंट नंबर 22-23 में भी कृषि क़ानूनों को लागू करने की बात करी थी जिसमे किसानों को एपीएमसी में संशोधन कर निजी कंपनियों को बेचने पर अनुमति देने की बात की गई थी ! फिर दिनांक 23 Nov 2020 को आप सरकार ने दिल्ली में मोदी सरकार द्वारा लायी क़ानूनों को नोटिफाई कर दिया था जिसका मतलब साफ़ आप सरकार का समर्थन है जबकि संगठनों के बीच उसका विरोध कर रहे है ! जब जनता और न्यूज़ में पोल खुलती गई तो दिनांक 17 Dec 2020 को आप सरकार ने विशेष सत्र बुलाकर दिखावे के लिए कृषि क़ानूनों की कॉपी को फाड़ दिया कहीं किसान संगठन उनके खिलाफ ना हो जाए ! [1]
एक दिन पहले ही प्रेस वार्ता के दौरान आप नेता संजय सिंह से एक पत्रकार ने सवाल खड़े कर दिये थे ! असल में आप नेता संजय सिंह कुछ महीने पहले आरोप लगाये थे कि योगी सरकार कोरोना महामारी के समय ऑक्सीमीटर महंगे दामों में ख़रीद रही है ! पत्रकार ने सवाल कर दिया कि दिल्ली में आप की सरकार ने एक ऑक्सीमीटर को 33160 रु में ख़रीदा है ! जिसपर संजय सिंह पत्रकार इसे नकारते हुए दस्तावेज़ मांगने लगे लेकिन रिपोर्टर ने संजय सिंह के सामने आप की सरकार में हुए भ्रष्टाचार के दस्तावेज़ पेश कर दिये ! संजय सिंह उसका कोई जवाब नहीं दिया ! रिपोर्टर ने संजय सिंह से उनकी सरकार पर निम्नलिखित सवाल दाग दिये !
- कोरोना महामारी के समय यूपी बिहार के प्रवासी मज़दूरों को दिल्ली से जबरन बाहर किये जाना ?
- उनकी सरकार ने तो एक ऑक्सीमीटर 33160 रु का ख़रीदा ! केजरीवाल पर भ्रस्टाचार पर सवाल ?
- आवासीय जगह को अपना कार्यालय बनाकर कॉमर्सियल इस्तेमाल पर सवाल ?
- केजरीवाल सरकार द्वारा यूपी बिहार के लोगो का इलाज पर दिल्ली में रोक पर सवाल ?
जिसका जवाब या दस्तावेज़ माँगकर टाल दिया या दूसरी बात करने लगे !
Jairam Ramesh has given an apology, and we have accepted it. The criminal defamation case against Caravan magazine will continue: Vivek Doval, son of NSA Ajit Doval, in Delhi pic.twitter.com/4f8UREMloX
— ANI (@ANI) December 19, 2020
झूठ पर कांग्रेस बड़े नेता को मांगनी पड़ी माफ़ी
दिनांक 16 Jan 2019 को वामपंथी समर्थक ‘दा कारवाँ’ ने फर्जी तरीके से भारत के ‘रास्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार’ अजित डोवाल और उनके बेटे विवेक डोवाल का नाम खीचते हुए एक आर्टिकल लिखा जिसका शीर्षक था कि “डी कंपनी : अजित डोवाल के बेटों ने एक कोमेन आईलेंड हेज फंड सहित कई कंपनियों का जाल बिछाया, जबकि पिता टैक्स फ्रॉड पर करवाई की मांग करते है” ! इसने ‘दा कारवाँ’ ने दावा किया कि विदेशों (यूके, अमेरिका, सिंगापुर, केमोन आइलैंड) में ट्रेड दस्तावेजों को प्राप्त किया और सन 2016 में प्रधानमंत्री मोदी ने ‘हेज फंड’ को नोटबंदी के 13 दिन बाद रजिस्टर किया गया था ! [2] इस फर्जी आर्टिकल की मदद से कांग्रेस के बड़े नेता ‘जयराम रमेश’ ने लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री सहित अजित डोवाल और उनके बेटे पर आरोप मढ़ना शुरू कर दिये थे जिससे उनकी छवि पर दाग लग रहा था !
दिनांक 19 Jan 2019, ठीक तीन दिन बाद, एनएसए चीएफ़ अजित डोवाल के बेटे ने सारे डाकुमेंट्स के साथ पटियाला कोर्ट में ‘दा कारवाँ’ के एडिटर और कांग्रेसी नेता ‘जयराम रमेश’ के ऊपर आपराधिक मानहानि का मुकदमा दायर किया था जिसका विवरण ओपइंडिया ने निकला जिसमे कहा गया था कि जानबूझकर उसे और उनके पिता को बदनाम करने की कोशिश की जा रही जो वर्तमान में भारत के एनएसए है !
इस मामले में डोवाल के खिलाफ आरोपों पर कांग्रेस के बड़े नेता ‘जयराम रमेश’ ने कोर्ट में सुनवाई के दौरान इस मामले में माफ़ी मांगते हुए माफीनामा सौंप दिया है ! कांग्रेसी नेता ने कहा कि उन्होंने अति आवेश में विवेक डोवाल के खिलाफ बयान दिये और कई आरोप लगाये क्योंकि उस समय चुनाव का भी माहौल था ! नेता ने आगे कहा कि उन्हें यह सब कहने से पहले अपने दावों की पुष्टि कर लेनी चाहिए थी और ‘दा कारवाँ’ के लेख को पढ़कर भ्रम में पड़ गए थे ! एनएसए चीफ़ ‘अजित डोवाल’ के बेटे विवेक डोवाल ने भी कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश के माफीनामे को स्वीकार करते हुए उनके खिलाफ दर्ज आपराधिक मानहानि केस को वापस लेने का निर्णय लिया है ! [3]
पूरा डिबेट आप नेता और एबीपी एंकर का देंखे
संदर्भ