Priyanka Gandhi, Mohd Zubair, Samajwadi Party, Lallantop Fake News Expert
प्रियंका गाँधी का रेलवे पर झूठ
दिनांक 12 Dec 2020 को गुजरात कांग्रेस के प्रेसिडेंट ‘हार्दिक पटेल’ ने प्रधानमंत्री मोदी को घेरते हुए एक वीडियो के साथ ट्विट किया जिसमे लिखा कि “भारतीय रेल पर अडानी के फ्रेश आटे का विज्ञापन देखने लायक है ! अब तो दावे के साथ कह सकता है कि किसानों की लड़ाई सत्य के मार्ग पर है !” जिसमे यह दावा किया जा रहा कि रेलवे को अडानी को बेच दिया गया !
ट्विट्टर पर इस ट्विट को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी ने रीट्वीट करके हुए अपनी समर्थन दिया ! साथ में दिनांक 14 Dec 2020 को उसी वीडियो को फेसबुक अकाउंट पर शेयर करते हुए लिखा कि “जिस भारतीय रेलवे को देश के करोड़ो लोगो ने अपनी मेहनत से बनाया ! मोदी सरकार ने उसपर अपने अरबपति मित्र अडानी का ठप्पा लगवा दिया ! कल को धीरे धीरे रेलवे का एक बड़ा हिस्सा मोदी के अरबपति मित्रों को चला जायेगा ! देश के किसान खेती-किसानी को भी आज मोदी के अरबपति मित्रों के हाथ में जाने से रोकने की लड़ाई लड़ रहे है !” नोट : वीडियो का भंडाफोड होते ही प्रियंका गाँधी ने वीडियो को हटा दिया है !
दावा: #फेसबुक पर एक वीडियो के साथ यह दावा किया जा रहा है कि सरकार ने भारतीय रेल पर एक निजी कंपनी का ठप्पा लगवा दिया है। #PIBFactCheck: यह दावा भ्रामक है। यह केवल एक वाणिज्यिक विज्ञापन है जिसका उद्देश्य केवल 'गैर किराया राजस्व' को बेहतर बनाना है। pic.twitter.com/vSmK8Xgdis
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) December 16, 2020
एक तो प्रियंका गाँधी ने खुद जिसके ट्विट रीट्वीट किया हार्दिक पटेल के ट्विट में ही “विज्ञापन” लिखा था लेकिन प्रियंका गाँधी ने दो दिन बाद ही उस वीडियो को डाल कर भ्रम फ़ैलाने की कोशिश की थी ! “प्रेस इनफोर्मेसन ब्यूरो” ने इसको झूठ बताते हुए लिखा कि “यह दावा भ्रामक है, यह केवल एक वाणिज्यिक विज्ञापन है, जिसका उद्देश्य केवल 'गैर किराया राजस्व' से कमाई करना है !” विज्ञापन कोई भी दे सकता इससे दूसरे तरीके से पैसा कमाया जाता है !
इसके पहले भी प्रियंका गाँधी कई बार झूठे दावे करके पकड़े जाने पर ट्विट, पोस्ट आदि डिलीट कर चुकी है ! दिनांक 19 Jul 2020 को प्रियंका गाँधी ने एक फोटो बिहार, असम और यूपी का बताकर शेयर की थी जबकि असल में वह फोटो बिहार के अररिया जिले की तीन साल पुरानी फोटो थी ! दिनांक 28 Apr 2019 को भी प्रियंका गाँधी ने प्रधानमंत्री मोदी पर आरोप लगाये कि उनके निर्वाचित क्षेत्र में पिछली पाँच सालों में केवल 15 किलोमीटर की एक सड़क लाल बहादुर शास्त्री हवाई अड्डा से वाराणसी शहर के लिए बनी है, उसके अलावा सड़क ही नहीं बनी है ! उनके दावे के पाँच मिनट के अंदर “ओपइंडिया” ने दावे की हवा निकाल दी थी !
लल्लनटाप, समाजवादी पार्टी और फेक्टचेक ने भी चलाई फर्जी खबर
दिनांक 16 Dec 2020 को एक खबर जिसको लल्लनटाप नमक वीडियो यूट्यूब चैनल में डाली गई जिसमे बताया गया कि “उत्तरप्रदेश के हाथरस की एक फेक्ट्री में यूपी पुलिस द्वारा गधे की लीद से बने मसाले पकड़े गए है !” इस खबर को ‘फेकचेक’ नमक संस्था जो खबरों के फेक्ट की जांच करती है, उसके एक चेकर ‘मोहम्मद जुबैर’ ने खबर की जांच किये बिना यूपी सरकार के खिलाफ अपना प्रोपगंडा शुरू करते हुए लिखा कि “अबे यार, रास्ट्रीयता के आड़ में गोबर खिला दिया... यूपी पुलिस ने अनूप वार्ष्णेय नमक व्यक्ति को गिरफ्तार किया जो हिंदू युवा वाहिनी का सदस्य है, जो योगी आदित्यनाथ द्वारा सन २००२ में शुरू की गई थी !” इन दावों को उत्तरप्रदेश की समाजवादी पार्टी के आधिकारिक अकाउंट से भी चलाया गया !
मीडिया एवं राजनीतिक पार्टी ने हाथरस की मसाला फैक्ट्री में जानवर की लीद मिलाने का दावा किया है। #InfoUPFactCheck: यह दावा गलत है। @dm_hathras ने बताया कि खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने फैक्ट्री से नमूने संग्रहित किए हैं तथा मसाले में किसी भी जानवर की लीद की पुष्टि नहीं की गई है। pic.twitter.com/xz56AVVFL4
— Info Uttar Pradesh Fact Check (@InfoUPFactCheck) December 16, 2020
इन फर्जी खबरों की पोल खुल गई जिसमे ‘गधे की लीद’ की बात करी जा रही थी ! डीएम हाथरस ने बताया कि खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने फेक्ट्री से नमूने संगृहित किये है तथा मामले में किसी भी जानवर की लीद की पुष्टि नहीं की गई है ! उत्तरप्रदेश के योगी सरकार द्वारा शुरू की गई सेवा ने इस झूठी खबरों का खंडन किया है !