Punjab Farmer Connection With Politician And Businessman.
“बीकेयू/गुरनाम” नेता गुरनाम सिंह और आप नेता केजरीवाल
दिनांक 12 Dec 2020, दिल्ली में पंजाब-हरियाणा किसानों द्वारा एक तरफ प्रदर्शन चल रहे जिसको प्रमुखता से कुछ नेता लीड कर रहे है ! केंद्र सरकार से हर राउंड की बातचीत के बाद एक नई शर्त जोड़ी जा रही जिसमे देशद्रोह, दंगाई जैसो को ज्ञानी बताकर छुड़ाने की मांग भी शामिल है ! अब इंटेलिजेंस को जानकारी मिली है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री और हरियाणा के बीकेयू-जी (भारतीय किसान यूनियन/गुरनाम) के संस्थापक “गुरनाम सिंह” के क़रीबी रिश्ते है जो कुरुक्षेत्र के एक प्रसिद्ध किसान नेता और आन्दोलन को आयोजित करते आयें और सन 2004 में बीकेयू-जी की स्थापना की थी जो पहले बीकेयू-टी टिकैत गुट से संबंध रखता था ! दिनांक 28 Jan 2004 को बीकेयू-टी की राजनीतिक शाखा “भारतीय किसान दल (बीकेडी) के गठन किया जिसके बाद सन 2004 और सन 2007 में संसदीय और 11 विधानसभा चुनाव भी लड़ा और असफल भी हो गए ! आपको ध्यान होगा, कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री “किसान आन्दोलन” में सीधे गुरनाम से मिलने गए थे ! [1]
“बीकेयू/बलबीर” नेता बलबीर सिंह राजेवाल
इस आन्दोलन को लीड करने वालो में एक “भारतीय किसान यूनियन/बलबीर” के प्रसिडेंट ‘बलबीर सिंह राजेवाल’ है ! रिपोर्ट्स में पता चला है कि बलबीर सिंह पंजाब के लुधियाना में दो चावल मिल का मालिक है जिन्होंने वहां बिचौलियों के साथ मिलकर खूब कमाई करी है ! इसके साथ ‘बलबीर सिंह राजेवाल’, २२ एकड़ हाईवे की ज़मीन पर फैले ‘मालवा कॉलेज’ के प्रेसिडेंट भी है ! बलबीर सिंह ने सन २०१० में किसानों को दी जाने वाली सब्सिडरी के खिलाफ कोर्ट में केस भी किया था ! लुधियाना के एक व्यापारी जो किसान आन्दोलन को लीड कर रहे है ! इनके अकाली दल से क़रीबी संबंध है !
स्व घोषित किसान नेता योगेन्द्र यादव
इनके बारे में आपको बताता जरूरी नहीं लेकिन फिर भी जान लीजिए ! यह योगेन्द्र यादव उर्फ सलीम जिन्होंने सन 1996 से विभिन्न चैनलों (दूरदर्शन, एनडीटीवी, सीएनएन आदि) में अपने आपको राजनीतिक विश्लेषक और टिप्पणीकार के रूप में पेश करते रहे है ! सन 2009 के चुनाव में कांग्रेस के राहुल गाँधी के लिए सलाहकार बने थे ! सन 2010 में सोनिया गाँधी की ताक़तवर ‘नेशनल एडवाइजरी काउन्सिल’ के सदस्य रहे जिसमे हर्ष मंदर भी शामिल था ! सन 2011 में सोनिया गाँधी की इसी काउंसिल के इशारे पर ‘आम आदमी पार्टी’ को बनाने और उसका मेंबर बनने और चुनाव लड़े बुरी तरह से हारे ! सन 2015 में केजरीवाल ने इन्हे ‘पार्टी के खिलाफ करतूतों की वजह से बाहर का रास्ता दिखाया और उसी साल उन्होंने वामपंथी सोच वाले प्रशांत भूषण के साथ एक नई राजनीतिक पार्टी बनाई जो अभी तक खड़ी नहीं हो पाई ! कहने का मतलब है कभी राजनीतिक विश्लेषक बन जाते, तो कभी सलाहकार बन जाते और आज कल तो किसान आन्दोलन में किसान बनकर विरोध प्रदर्शन कर रहे है !
"क्रांतिवीर किसान यूनियन पंजाब" के दर्शन पाल
इस आंदोलन में एक और किसान ‘दर्शन पाल’ जिन्होंने देश में प्रधानमंत्री के पुतले फूंकने का आहवान किया था ! दरअसल पेशे से पंजाब स्वास्थ्य विभाग के रिटार्यड डॉक्टर के साथ साथ ‘अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समीति (AIKSCC) के कार्यसमिति के सदस्य भी है लेकिन बड़ी बात यह एक माओवादी नेता भी है ! दर्शन पाल ‘पीपुल्स डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ इंडिया (PDFI)’ के संस्थापको में से एक थे जो माओवादी और वामपंथी आतंकवाद का एक घटक है ! दर्शन पाल PDFI की 51 सदस्यीय कार्यकारी समिति के संयोजक थे जिसमे मेघा पाटकर, कल्याण राव, वरवारा राव, नंदिता हक्सर, एसएआर गिलानी, बीडी सरमा आदि नाम शामिल है ! इसके अलावा इनके वामपंथी ‘अरुंधति रॉय’ के साथ जुड़ी है ! किसान आन्दोलन में यह योगेन्द्र यादव उर्फ सलीम के साथ काम पर लगे है ! [2]
"ऑल इंडिया किसान सभा" के नेता हन्नन मोल्लाह
हन्नन मोल्लाह “ऑल इंडिया किसान सभा” वामपंथियों किसान संगठन के नेता है जो बंगाल के हावड़ा जिले के उलुबेरिया लोकसभा से सांसद थे ! यह बंगाल वक्फ बोर्ड के भी चेयरमैन रह चुके और ‘वामपंथी पार्टी ऑफ इंडिया (सीपीआई)’ के पोलित्बुरो सदस्य है ! इन्होंने चेंगिल जूनियर मदरसा से पढ़ाई की थी ! इनका काम किसान के नाम पर सरकारों के खिलाफ आन्दोलन करना है जिसमे सन 2018 में किसान लॉन्ग मार्च (महाराष्ट्र), सन 2018 में किसान मोवेमेंट (राजस्थान), सन 2018 में किसान मुक्ति मोर्चा दिल्ली, आदि शामिल है ! इनका किसानी से कोई लेना देना नहीं है !
ऑल इंडिया किसान फाउंडेशन के प्रेम सिंह भंगू
प्रेम सिंह भंगू ऑल इंडिया किसान फेडरेशन से संबंध रखते हैं। पेशे से वकील हैं लेकिन खेती से इनका कितना वास्ता है, ये किसी को नहीं पता।
मेघा पाटकर और अन्ना हजारे के करीबी अक्षय कुमार
नव निर्माण विकास संगठन के अक्षय कुमार के मीडिया से अच्छे रिश्ते हैं। अन्ना हजारे और मेधा पाटकर से भी जुड़े रहे। नर्मदा और आदाजी बचाओ आंदोलन में हिस्सा ले चुके हैं। खेती किस तरह की करते हैं, इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है। हालांकि किसान आंदोलन में प्रमुख रूप से भाग ले रहे हैं।
भारतीय किसान यूनियन एकता के जगमोहन सिंह
भारतीय किसान यूनियन एकता के नेता जगमोहन एक प्रशिक्षित चिकित्सक है जो पहले पंजाब सरकार के ‘सहकारिता विभाग’ में काम कर चुके है ! यह संगठन जून में वामपंथियों द्वारा संचालित AIKSCC के बैनर तले विरोध प्रदर्शन शुरू किया था ! इस संगठन ने वामपंथी संगठन AIKSCC की छतरी के नीचे 30 से ज्यादा संगठनों को लाने का काम किया है जिसको वामपंथी संगठन लीड कर रहे है ! इनका सीपीआई माओवादियों से खास रिश्ता है ! इनका (निजी) किसानी से कोई लेना देना नहीं है ! इन सबसे आपको पता नहीं चलता कि यह विरोध प्रदर्शन किसान के समर्थन में नहीं बल्कि मोदी विरोध में है !
संदर्भ