Congress Leaders Confused Like Rahul Gandhi
संजय का दावा कांग्रेस को खत्म किया जा रहा
दिनांक 11 Dec 2020 को महाराष्ट्र कांग्रेस के दिग्गज नेता और राहुल गाँधी के क़रीबी “संजय निरुपम” ने दावा किया है कि "दिल्ली से लेकर मुंबई तक राहुल गाँधी के खिलाफ अभियान चल रहा जिसका हिस्सा शरद पवार को यूपीए का चेयरमैन बनाने का शिगूफा, उसी अभियान के तहत 23 हस्ताक्षर वली चिट्ठी लिखी गई थी फिर राहुल जी के नेतृत्व में सिलसिलेवार तरीके से कमियां ढूंढी गई है, एक बड़ा प्लान है कांग्रेस को ही मिटाने का !” असल में कांग्रेस अध्यक्ष पड़ पर सोनिया गाँधी आसीन है जो प्रदूषण को लेकर गोवा में रह रही है ! जिस चिट्ठी की बात निरुपम अपने दावे में कर रहे है वो कुछ महीने पहले ही लिखी गई थी जिसमे सोनिया गाँधी को पद से हटाकर वोट द्वारा चुनाव किये जाने का जिक्र था जिसको कपिल सिब्बल, गुलाम नवी आजाद जैसे नेताओ ने हस्ताक्षर किये थे !
राजस्थान में एक तरफ झटका और दूसरी तरफ सफाई
दिनांक 11 Dec 2020 को राजस्थान में कांग्रेस सरकार को “भारतीय ट्राइबल पार्टी” ने गहलोत सरकार को झटका देते हुए समर्थन वापस ले लिए है ! समर्थन वापस लेने से फ़िलहाल कोई ख़तरा नहीं लेकिन राजस्थान में पार्टी की दो सीटें है ! असल में डूगरपुर ज़िला परिषद के चुनाव में बीटीपी के उम्मीदवार को कांग्रेस के पार्षदों ने समर्थन ना करते हुए बीजेपी के उम्मीदवार को समर्थन दे दिया जिसकी वजह से 13 सीट वाली बीटीपी को हार का मुहँ देखना पड़ा वहीँ दूसरी तरफ 8 सीट वाली बीजेपी ने जीत का स्वाद चखा !
The Bharatiya Tribal Party (BTP) has withdrawn its support from the Ashok Gehlot led government in Rajasthan: Chhotubhai Vasava, BTP leader
— Newsroom Post (@NewsroomPostCom) December 11, 2020
(Devloping Story) pic.twitter.com/xukiw02W76
कांग्रेस की हैदराबाद में हुए चुनाव में हार पर, राजस्थान के मुख्यमंत्री गहलोत ने दी सफाई और कहा कि “हैदराबाद के नगर निगम चुनावों में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह और कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों का जाकर कोरोना प्रोटोकोल का उल्लंघन करना इसकी सोच दर्शाता है ! यह दिखता है कि भाजपा चुनाव जितने के लिए आमजन के जीवन से भी समझौता कर सकती है” ! असल में हर बार की तरह इस बार भी कांग्रेस ने हार का ठीकरा बीजेपी पर डाला जबकि यही कांग्रेस और वामपंथी बिहार चुनाव में राहुल गाँधी और तेजस्वी की रैली में भीड़ की तारीफ करते नहीं थकते थे साथ में दिल्ली बार्डर पर हो रहे आड़तिया आन्दोलन का भी समर्थन कर रहे जिसमे दो अधिकारी कोरोना पोजिटिव निकले ! हैदराबाद में कांग्रेस को 150 सीट में सिर्फ 2 पर जीत मिली !
देश के पूर्व राष्ट्रपति “प्रणब दा” ने खोली कांग्रेस की पोल
दिनांक 11 Dec 2020 को एक खबर आई जिसमे रूपा पब्लिकेशन पूर्व राष्ट्रपति “प्रणब मुख़र्जी” द्वारा लिखी किताब का चौथा संस्मरण को Jan 2021 को लॉन्च करने जा रही है ! इस किताब में लिखा कि मुझे (प्रणब दा) सर्वोच्च संवैधानिक पद पर चुने जाने के बाद कांग्रेस राजनीतिक दिशा से भटक गयी ! कुछ पार्टी सदस्यों का यह मानना था कि अगर सन 2004 में वह (प्रणब दा) प्रधानमंत्री बनते तो सन 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस करारी हार वली पार्टी ना बनती ! इसपर उनका यह मानना नहीं था और उनका मानना था कि उनके राष्ट्रपति बनते ही पार्टी नेतृत्व ने राजनीतिक दिशा खो दी ! सोनिया गाँधी पार्टी के मामलो को संभालने में असमर्थ थी ! देश की सम्पूर्ण शासन व्यवस्था प्रधानमंत्री और उनके प्रशासन के कामकाज पर प्रतिबिंब होती है ! डॉक्टर सिंह (मनमोहन) गठबंधन को बचाने में ध्यानमग्न रहे जिसका असर शासन पर हुआ !
*Modi employed autocratic style of functioning
— Shemin (@shemin_joy) December 11, 2020
*Sonia unable to handle Congress affairs
*Manmohan lost focus on governance
-- Pranab Mukherjee's fourth volume of autobiography to hit stands in Jan 2021https://t.co/gyKu0GGUxQ