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Aug 1, 2020

राष्ट्रहित : भारत सरकार ने रद्द किये फर्जी एनजीओ के लाइसेंस

Some NGOs are banned & Do Not following Norms


Government Cancelled Ngo For Illegal Activities
Government Cancelled Ngo For Illegal Activities
एनजीओ पर प्रतिबंध
दिनांक 28 Jul 2020, देश के विभिन्न राज्यों मे पंजीकृत गैर सरकारी संघठनो पर नियमों के उल्लंघन पर भारत सरकार ने बड़ी करवाई की है ! भारत सरकार ने करीब 20,673 संघठनो के खिलाफ ‘स्वदेशी अभिदाय विनियमन अधिनियम FCRA 2010’ के तहत करवाई कर लाइसेंस रद्द कर दिए है ! अब ये संघठन विदेश से आर्थिक मदद नहीं ले सकेंगे ! इसमे उत्तरप्रदेश के 1848,  केरल के 1101, कर्नाटक की 1444, बिहार की 1101 और जम्मू-कश्मीर की 64 संघठन शामिल है

केंद्र सरकार ने सन 2015 से संघठनो की छानबीन शुरू की गई जो इनके कार्य की वित्तीय जाँच के लिए भी अलग अलग एजेंसी से भी मदद ली गई ! जाँच मे पता चला के अपने मकसद से कोसो दूर नहीं दिखाई पड़ी ! ज्यादातर हर राज्यों मे ऐसे संघठन कथित गोलमाल मे फसे जिसने लिब्रेरी नेटवर्क, डालमिया, सेवा ट्रस्ट, क्रेडिट यूनियन प्रमोशन कमिटी, कंसर्न ऑफ इंडिया स्कूल, बच्चो की देखरेख, बुजुर्ग की सेवा, कृषि, स्वास्थ, संस्कृति, ग्रामीण विकाश, प्रयावरण, जल बचाओ, अन्य के नाम पर लाइसेंस ले रखा था !

जाँच मे ये भी पाया गया की संघठनो की गतिविधियां ठीक नहीं पाई गई जो जिस कार्य के लिए बनाया गया था ऐसे कुछ संगठन का इस्तेमाल धर्म प्रचार और धर्म परिवर्तन के लिए इस्तेमाल हो रहा था ! [1]

How Ngos Works Against Any Countries
एनजीओ को भारत मे क्यों बंद करने की जरुरत
भारत मे कई तरह की एनजीओ पंजीकृत है जिसमे पढाई, गरीबी, बच्चो, वृद्ध, डेवेलपमेंट जैसी ! आज के युग मे ऐसा कौन सा विदेशी है जो बिना किसी फायदे के दान देता हो भारतीय एनजीओ को ! और वो भारतीय एनजीओ के कार्यकर्ता इतने इमानदार, देशभक्त है की वो सिर्फ भारतीय एनजीओ ने लिए काम करते बिना फायेदे के ! एक उदहारण के रूप मे दिल्ली मे कुछ वकील (हर्ष मंदर, प्रशांत, जयसिंग जैसे) जो गिनती के केस लड़ते वो कैसे उनके खर्चे पुरे करते ! ये लोग भारत के खिलाफ गतिविधि मे शामिल होते है जैसे हर्ष मंदर ने शाहीनबाग का खुलकर समर्थन किया था जो भारत के दुश्मन गोर्ज सोरोस का एनजीओ चलता ! 

विदेशी से भारत मे इस्लामिक और च्रिस्तियन एनजीओ को भेजे जाते जिसका इस्तेमाल गैर-क़ानूनी गतिविधियों मे किया जाता रहा है ! विदेश से भारतीय एनजीओ मे, भारतीय एनजीओ से गलत गतिविधियों (जैसे धर्म परिवर्तन, धर्म को बदनाम करना, देश के सुरक्षा की जानकारी निकलना, सेना की ख़ुफ़िया जानकारी बटोरना ) से ! 

Fake NGOs Works Only For Own Not For Society
Fake NGOs Works Only For Own Not For Society
पहले भी एनजीओ पर प्रतिबंध
  1. Dec 04 2019, को देश भर मे 14500 एनजीओ को रद्द किया गया था जिसमे सन 2018-19 मे 2244.77 करोड़ और 2017-18 मे 16902.41 करोड़ फंड आया जिसकी कोई जानकारी नहीं दी थी ! [2]
  2. Nov 12 2019, को अधिकतर बेंगलोर आधारित 1807 एनजीओ को रद्द किया था जिसमे यंग मेंस च्रिस्तियन एसोसिएशन, युनिवसिटी ऑफ राजस्थान और इलाहाबाद एग्रीकल्चर इंस्टिट्यूट शामिल है ! [3]
  3. Oct 26 2018, को केंद्र सरकार ने 20000 एनजीओ को ‘स्वदेशी अभिदाय विनियमन अधिनियम FCRA 2010’ के उलंघन मे रद्द कर दिया था ! जिसकी वजह से 40% विदेशी चंदे मे कमी आई थी ! [4] 
  4. Jul 24 2018, को केंद्र सरकार ने 19000 एनजीओ को ‘स्वदेशी अभिदाय विनियमन अधिनियम FCRA 2010’ के उलंघन मे रद्द कर दिया था ! [6]
  5. केंद्र सरकार द्वारा एनजीओ को बंद किया जा रहा जो गलत कामों मे शामिल थी उसमे से कुछ यहाँ देखी जा सकती है ! संदर्भ [5]


संदर्भ

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