Cm Yogi Adityanath Vs Formal Akhilesh Yadav
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Who Is Better Yogi Or Akhilesh ? |
१- यूपी मे विकाश किसका
अखिलेश यादव : इस सरकार के समय कुछ गिनती के अच्छे काम किये थे लेकिन वो नाकाफी थे यूपी जैसे राज्यों मे बुनियादी ढांचे के विकास के मामले मे ! असल मे इस दिक्कत ये भी थी मना जाता था सरकार मे पांच मुख्यमंत्री थे ! इनके इन्फ्रास्ट्रक्चर को लेके काम !
- आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे – यह 6 लेन एक्सप्रेसवे को बनाने के लिए Nov 2013 से इसकी बिडिंग स्टार्ट हुई जो 9000 करोड़ थी लेकिन लगत बढकर 13200 करोड़ पहुच गई ! इस एक्सप्रेसवे की लम्बाई 302 किलोमीटर की जो आगरा, फिरोजाबाद, शिकोहाबाद, इटावा, कन्नौज (कानपुर), उन्नाव और लखनऊ जाता है ! जनता के लिए Feb 2017 को खोला गया था ! इसकी एक खासियत ये भी इसकी कुछ हिस्सों को एयरफोर्स के प्लेन के लिए बनाया गया था ! [29] इसको यमुना एक्सप्रेसवे से जोड़ा गया जो की मायावती के समय बनाया गया लेकिन उद्घाटन अखिलेश यादव ने किया ! [30]
- लखनऊ मेट्रो – इस मेट्रो को 27 Sep 2014 को 8.5 Km ट्रांसपोर्ट नगर से चारबाग तक का काम स्टार्ट हुआ जिसका 27 Sep 2017 को पूरा हुआ (उस समय योगी सरकार थी) ! लखनऊ मेट्रो मे ५०% हिस्सा भारत सरकार और ५०% राज्य सरकार का है ! [31]
- सैमसंग प्लांट – जैसा की अपने सुना होगा सेंसंग ने नोइडा मे एक मोबाइल बनाने का प्लांट लगाया ! अखिलेश के मुताबिक २०१६ मे ही एमओयु हस्ताक्षर किये थे ! लेकिन सेमसंग ने भारत नोइडा मे अपना इस प्लांट को और नहीं बढ़ाना चाहता था ! और सरकार पहले ही जा चुकी थी ! [33]
योगी आदित्यनाथ : बीजेपी सरकार आने के बाद योगी आदित्यनाथ ने ‘इन्फ्रास्ट्रक्चर और अर्थव्यवस्था के बुनयादी दांचे को मजबूत करने मे ज्यादा ध्यान दिया ! राज्यों की कनेक्टिविटी प्रणाली के लिए एक वरदान रही है और परियोजनाओ को किसी भी क्षेत्रीय असंतुलन के बावजूत लागु किया गया है ! इनके कुछ काम !
- लखनऊ मेट्रो – इस मेट्रो को एक 8.5 किलोमीटर की लाईन को सिर्फ अखिलेश यादव के समय पूरा हुआ था जिसका उद्घाटन भी योगी आदित्यनाथ जी ने किया था ! इस सरकार मे दो अन्य रेड लाईन पूरी की गई और तीसरी पर तेजी से काम चल रहा है ! पहली लाल लाईन (2.67 किलोमीटर) जो एअरपोर्ट से ट्रांसपोर्ट नगर और दूसरी लाल लाईन ( 12.6 किलोमीटर ) चारबाग से मुन्शिपुलिया तक पूरी करदी गई ! जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री मोदी ने किया था ! अब ब्लू लाईन जो चारबाग से वसंत कुञ्ज पर काम चल रहा जिसको पूरा 2022 के पहले तक पूरा हो जायेगा ! [31]
- कानपुर मेट्रो – यह मेट्रो का टेंडर जून २०१८ मे पड़ा ! उस समय योगी सरकार ने कानपुर के साथ दो और मेट्रो परियोजना आगरा और मेरठ को बनाने का फैसला लिया ! इस परियोजना को सन २०२२ तक पूरा करने की योजना है जो की कानपुर आईआईटी से कानपुर विश्विद्यालय तक का है ! बाद मे इसको मोतीझील तक बढाया जायेगा ! [32]
- सेमसंग प्लांट – योगी सरकार के आने के बाद जैसे योगी सरकार को पता चला की सेमसंग नोइडा मे प्लांट को आगे बढ़ाने की कोई प्लान नहीं ! तुरंत एक्शन मे आते ही उनकी दिक्कते को सुलझाते हुए नोइडा मे दुनिया का सबसे बड़ा, सेमसंग के पहले से भी बड़ा 4915 करोड़ का विनिवेश किया जिसके लिए योगी सरकार ने मात्र चार महीनो मे २२ किलोमीटर की ५० मेगावाट की लाईन सेमसंग के लिए बिछा दी ! अब समझे डील हस्ताक्षर करने से नहीं काम करने पढते है ! जिससे हजारों को नौकरी मिली ! [33] [34]
- पूर्वांचल एक्सप्रेसवे – योगी सरकार ने पिछले सारे टेंडर खत्म करके नए सिरे से ! इस एक्सप्रेसवे की लम्बाई 340 किलोमीटर की है जो ६ लाईन का लखनऊ से बाराबंकी, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अम्बेडकरनगर, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर तक बन रहा ! जुलाई २०२० तक इसका 65% से ज्यादा का काम हो चूका है ! [35]
- बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे – योगी सरकार ने 297 किलीमीटर का इस एक्सप्रेसवे जो चित्रकूट, बांदा, राठ, ओरई, जालौन, औरैया और इटावा को सीधे ‘आगरा एक्सप्रेसवे से जोड़ेगी ! इसका रोड कंस्ट्रक्शन का काम इसी साल चालू हो चूका है ! [36]
- गंगा एक्सप्रेसवे – राज्य का सबसे बड़ा एक्सप्रेसवे 602 किलो मीटर का जो मेरठ, अमरोहा, बुलंद्सहर, बुदून, शाहजहांपुर, कन्नौज, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज ! लेकिन दूसरे फेस मे बलिया तक ! फेस १ का २०२० मे बनना चालू हो जायेगा जो २०२५ तक पूरा कर लिया जायेगा ! [37]
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Criminals Surrenders In Yogi Government |
२- कानून व्यवस्था
अखिलेश यादव : इस काल मे उत्तरप्रदेश को ‘गुंडा राज’ के नाम से जाना जाता था और गेंग हिंसा बड़ी थी ! उनकी पार्टी के नेता और कार्यकर्ता ही कानून और व्यवस्था मे व्यवधान मे शामिल थे ! इन केसों जैसे दंगा, भीड़ संभालना, गैर क़ानूनी गतिविधियां मे शक्त रुख अपनाने मे नाकाम रहे और साथ मे गुंडे को के साथ सुस्त व्याहार ! पिछले दो-तीन दशकों मे अपराधी राजनीती का हिस्सा बन गए थे और वो समय के हिसाब मजबूत होते गए !
- पुलिस उपाधीक्षक हत्या - ‘बबलू यादव’ ने पुलिस उपाधीक्षक जिया-उल-हक को मर दिया था जिसमे निर्दलीय विधायक रघुराज प्रताप सिंह रूफ राजा भैया का नाम आया था ! [१]
- ‘आईएएस दुर्गा शक्ति नागपाल’ ने नोइडा मे अवेध बालू-खनन के खिलाफ १५ लोगो को गिरफ्तार किया और २६ वाहन को जब्त किया और सात मामले दर्ज किये ! उसके बाद उनको दूसरे दिन निलंबित कर दिया गया ! [२]
- मुज्ज़फर्नगर दंगा, मे अखिलेश यादव ने सारा दोष हिंदू समुदाये पर डाल कर मुस्लिम को भारी तोहफा और मुआवजा दिए जिसकी वजह से हिंदू समुदाये मे आज तक गुस्सा है! अखिलेश सरकार ने 41 केस मे 40 सिर्फ हिन्दुओ के खिलाफ किये और सिर्फ एक केस मुस्लिम के खिलाफ ! [6] अखिलेश के मंत्री आज़म खान ने पुलिस को मुस्लिम को छोड़ने के लिए कहा ! [7] और भी बड़े दंगे हुए ! [10]
- सपा विधायक गायत्री प्रजापति – इनके राज मे प्रजापति ने अवैध खनन और रेप केस मे गिरफ्तार किया वो भी सुप्रीम कोर्ट के कहने के महीने बाद ! [11]
योगी आदित्यनाथ : एक असफल कानून व्यवस्था जो विरासत मे मिली जिसको सीएम बनते ही अपराधियों को आत्म-समर्पण करने या परिणाम भुकतने का अल्टीमेटम दिया था जिसके बाद दो साल के अंदर, 5178 अपराधियों का एनकाउंटर, 1859 से ज्यादा घायल और 17745 से ज्यादा ने अपने बेल रद्द करा ली और अदालत मे आत्मसमर्पण कर दिया ! [3]
- बीजेपी कुलदीप सिंह सेंगर – सन २०१७ मे बीजेपी के विधायक ने एक बच्ची का रेप कर दिया ! यह एक केस था जो बीजेपी के लिए सर्मिदगी वाला केस था ! [26]
- लखनऊ, मेरठ, कानपुर एंटी सीएए प्रोटेस्ट – इसमे मुसलमानों ने सरकारी संपत्ति और निजी संपत्ति जलाई जिसको लेकर योगी सरकार ने शक्त एक्शन लेते हुए बर्बाद हुई संपत्ति का मूल्यांकन करके प्रोटेस्टर से वसूला ! और प्रोटेस्ट करने वालो के खुली जगह फोटो के साथ पोस्टर लगाये और जनता को भी बताया की ये है पहचानो ! [27]
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Who Self Promoting Himself Yogi Or Akhilesh ? |
3- खुद के प्रचार मे पैसा बर्बाद
अखिलेश यादव : 14,81,118 लैपटॉप का वितरण करके जिसमे बूट होने पर ‘पिता मुलायम सिंह’ की फोटो लगवा दी ! अगर फोटो हटाने की कोशिश करे तो लैपटॉप या तो क्रेश हो जाता था और या तो खराबी आती थी ! इटावा मे इटावा महोशव मे करोडो जनता के पैसे बर्बाद ! नीदरलैंड से सीखकर यूपी मे आगरा-इटावा साइकिल ट्रैक बनाया जिसका कोई इस्तेमाल नहीं !
योगी आदित्यनाथ : लेकिन एक योगी के शासन मे कभी ऐसा खुद के प्रचार के लिए नहीं किया गया !
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Akhilesh (Muslim - Yadav) Vs Yogi Hindu Vote Bank Politics |
४- वोट बैंक की राजनीती
अखिलेश यादव : अखिलेश यादव ने मुस्लिम, यादव का हमेशा समर्थन करते रहे है ! इसके एक उदहारण नहीं है ! अगर कोई सरकार किसी जाती या धर्म देखकर नीति बनाएगी तो क्या ये वोट बैंक राजनीती नहीं ! इसके कुछ उदहारण देता हूँ !
- हमारी बेटी उसका कल - मुस्लिम लड़कियों के दसवी पास होने पर 30000 रु ! [8]
- मुस्लिम कोटा नौकरी मे – सन २०१३ मे अखिलेश यादव ने केंद्र मुसलमानों के लिए नौकरी मे कोटा माँगा अलग से ! [9]
योगी आदित्यनाथ : सीएम बनने के बाद योगी जी ने मीडिया चैनल पर कोई भडकाऊ बयान नहीं दिया ! साफ़ सुधरा और बेकाक तरीके से अपना पक्ष रखा जिसमे अपने धर्म को मन्ना और दूसरे धर्म को ना परेशान करने वाला फार्मूला है ! कुछ उदहारण देता हूँ !
- कन्या सुमंगलम योजना – कन्या के जन्म होते ही परिवार को 15000 रु हर जाती, धर्म को मिलेगा ! इन योजना के तहत फंड को बच्चियों के पढाई के समय जैसे क्लास १, ५, ९ और ग्रेजुएशन पुरे होने पर सीधे अकाउंट मे भेज दिया जायेगा ! इसमे जाती और धर्म को नहीं लाया गया ये हर धर्म, हर जाती के लिए ! [24]
- भाग्यलक्ष्मी योजना – बेटी पढाओ बेटी बढाओ को आगे बढ़ाने के लिए चालू की गई है ! इसमे मे भी हर जाती के लिए है जिसमे बेटी के जन्म होते ही ५१०० रु माँ को और ५०००० रु का परिवार को बोंड दिया जायेगा ! इस योजना के तहत बेटी का जन्म से शादी तक का तोहफा है ! [25]
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Scam Done Which Government And How Much ? |
५- सरकारी नौकरी भर्ती घोटाला
अखिलेश यादव : अखिलेश यादव सरकार के समय उनके ऊपर बहुत से इल्जाम लगाये जाते थे जो आम जनता लगाती थी ! जैसे भर्तियों मे धोखा ! एक खास जाती और धर्म को नौकरी मे रखा जा रहा था !
- पुलिस भर्ती घोटाला – इस घोटाले मे मुलायम द्वारा की गई थी लेकिन इसकी जाँच मायावती जी ने चालू कराइ जिसको अखिलेश सत्ता मे आते ही बंद करवा दिया ! [12]
- बैंको की भर्ती घोटाला – इस घोटाले की जाँच योगी सरकार द्वारा SIT से कराइ गई जिसमे पाया गया की एक विवेश जाती के लोगो को मनेजर, उप मनेजर जैसे पदो पर भर्तियाँ की गई ! [13]
- जल निगम घोटाला – इस घोटाले की भी SIT जाँच मे पाया गया की आज़म खान और एक अधिकारी एसपी सिंह सामिल थे ! [14]
- एसडीएम भर्ती घोटाला – एस घोटाले मे अखिलेश ने 86 नौकरी मे 50 यादवो को ही भर्ती की ! [15]
- आबकारी घोटाला – केग ने अखिलेश और मायावती सरकार मे आबकारी घोटाले की पोल खोली ! [16]
- लैपटॉप घोटाला - जाँच मे पता चला की अखिलेश ने HP से 14,81,118 लैपटॉप ख़रीदे थे जिसमे बाटे सिर्फ 6,11,000 लैपटॉप और उसमे एक लैपटॉप की कीमत 13490 रु थी ! जाँच मे पाया गया की बाकि लैपटॉप की कोई जानकारी नहीं जिसमे 11,73,78,91,820 रु (13490 X 870118) की घोटाला हुआ ! [4] वही लैपटॉप को बच्चो ने ऑनलाइन 3000-4000 रु मे बेचना शुरू कर दिया ! [5]
- पंचायती राज फर्फोर्मेंस ग्रांट घोटाला – सन 2016 मे अखिलेश यादव की सरकार ने 700 करोड़ की घोटाले की जाँच मे पता लगा ! विजिलेंस ने नोडल अधिकारी रमेश चंद्र यादव के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराइ ! [17]
- इओडब्लू द्वारा पवार कारपोरेसन घोटाला – इस घोटाले को जाँच मे पाया गया सन 2019 मे ! [18]
- गोमती रिवर घोटाला – अखिलेश यादव का ड्रीम प्रोजेक्ट जिसको राज्य सरकार और केंद्र की सीएजी ने भी घोटाला माना ! जिसमे 1513 करोड़ मे गोमती रिवर फ्रंट बनाना था लेकिन 1437 करोड़ जारी होने के बाद भी 60% काम हुआ ! ऊपर से टेंडर मे गडबडी ! [19] [20]
- होमगार्ड वेतन घोटाला – सन २०१४ से नोइडा मे होमगार्ड को फर्जी तरीके से दुगने होमगार्ड की ड्यूटी दिखाई जाती थी ! उसका रोजाना ६०० रु के हिसाब से पैसा वसूला जाता था ! [19]
योगी आदित्यनाथ : योगी सरकार ने आते ही कहा था जेरो टोलरेंस पालिसी पर निर्णय लिया जायेगा ! ऊपर दिए आधे से ज्यादा घोटाले योगी सरकार की जाँच करवाने मे पता चला ! दो घोटाले योगी सरकार मे भी हुए है लेकिन योगी सरकार ने जाँच करवाई वही अखिलेश सरकार के घोटाले दूसरे सरकार मे पकडे गए !
- पशुधन घोटाला – इसी साल पशुधन घोटाले की खबर आई सरकार ने तुरंत इसकी जाँच STF को देदी ! इस घोटाले मे 292 करोड़ के फर्जी टेंडर दिलवाए गए जिसमे 65 लाख के फर्जी फर्म भरवाए गए ! इसका मुख्या आरोपी धीरज कुमार जो सचिवालय मे बाहरी तैनाती की वजह से हुआ ! [21] [22]
- 69000 शिक्षक भर्ती घोटाला – इस घोटाले मे हाली मे इसी महीने पाया गया है इसमे रिजल्ट मे फर्जी तरीके से भर्ती कराने की कोशिश हुई जिसमे परीक्षा मे गडबडी पाई गई ! जिसमे कुछ फर्जी लोगो को गिरफ्तार भी किया गया ! [23]
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Thoughts |
६- दकियानूसी सोच
आखरी मे इक्कीसवीं शदी मे एक भ्रम के जीते पुराने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव जो नोइडा जाने से भी बचते थे क्युकी ऐसा कहना था राजनीतिक विशेषज्ञ द्वारा की जो भी मुख्यमंत्री नोइडा गया उसकी सत्ता गई जिसको लेकर सन 1990 से ना मायावती ना अखिलेश यादव गए इस भ्रम को तोड़ते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी गए ! [28]
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Believe In Yourself |
७- स्व छमता
इन्वेस्टमेंट सबमिट अखिलेश यादव के समय इसको यूपी के बाहर की जाती थी लेकिन योगी आदित्यनाथ के समय लखनऊ की गई ! योगीनाथ के कुछ मुख्या नतीजा
नोट :
अभी धार्मिक को लेके इस आर्टिकल मे नहीं लिखा ! लेकिन इससे अंदाजा लगा लीजिए कुम्भ मेला २०१९ मे जो योगी सरकार ने पप्रयागराज मे की तैयारी की थी बल्कि दूसरी तरफ २०१३ मे अखिलेश यादव सरकार ने जो तैयारी की थी !
संदर्भ
[12] पुलिस भर्ती घोटाला
[15] SDM भर्ती घोटाला
[16] आबकारी घोटाला
[21] पशुधन घोटाला
[23] शिक्षक घोटाला
[31] लखनऊ मेट्रो
[32] कानपुर मेट्रो