India made the medicine of corona (one Ayurveda and the other allopathy)
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Ayurveda Corona Kit Launched By Patanjali With NIMS (Photo : Twitter Patanjali) |
➨ केस १ : पतंजलि की आयुर्वेद दावा (100% भरोषा और कोई नुकशान भी नहीं)
दिनांक 23 Jun 2020 को हरिद्वार आधारित पतंजलि के संस्थापक बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण जी ने आज कोरोना को खत्म करने की दवाई का उद्घाटन किया जिसमे तीन आयुर्वेद दवाओ का एक पैक है ! पतंजलि ने कोरोना किट में कोरोनिल टेबलेट, श्वासारि रस और अणु तेल लॉन्च किया है ! पतंजलि कंपनी की अपनी ‘पतंजलि रिसर्च, हरिद्वार’ और उसके सर्टीफिकेशन के लिए जयपुर की ‘नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (NIMS), राजस्थान’ ने मिलकर की है !
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Ayurveda Corona Kit Launched By Patanjali With NIMS (Photo Credit : Patanjali) |
पतंजलि और निम्स के प्रोफेसर बलबीर सिंह तोमर ने 280 कोरोना मरीज के ऊपर इस्तेमाल कर उनकी स्टडी की गई जिसमे निम्स ने पाया की “3 दिन के अंदर 69% कोरोना मरीज पोजिटिव से निगेटिव हो गए और बाकि 31% बचे मरीज अगले 4 दिन में सही हो गए !" सबसे खास बात कोई भी मरीज की म्रत्यु नहीं हुई जिसका डेथ रेत 0% है ! पतंजलि ने 15 उम्र के कोरोना मरीजो से 65 की उम्र मरीजो पर जाँच की है !
इन तीनो को आपको एक साथ इस्तेमाल करना है ! कोरोनिल टेबलेट को आपको खानी है, श्वासारि रस को आपको पीना है सुबह उठाकर और वही अणु तेल को नाक में डालना है ! बाकि जानकारी उस पैकेट में मिल जायेगी ! इसकी कीमत 545 रु रखी गई है ! जिसमे रिसर्च का माफ कर दिया गया है !
नोट : अभी मार्केट में उसके स्टोर पर नहीं मिलेगी ! अगले एक हफ्ते में आपको पतंजलि के स्टोर में मिलने लगेगी !
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Glenmark Pharma Launch Fabiflu (Photo Credit : Glenmark) |
➨ केस २ : ग्लेनमार्क फार्मा द्वारा पेस दावा (एलोपेथी)
दिनांक 21 Jun 2020 को भारत की एक कंपनी ‘ग्लेनमार्क फार्मा’ ने बताया को “कंपनी ने एक एलोपेथी दवाई पेस की है जो कोरोना में कारगर है !” कंपनी ने इसे ‘फेबिफ्लू’ के नाम से लॉन्च किया है ( जिसका असली नाम फेवीपिरविर है जो जापान की एक कंपनी फूजीफिल्म कारपोरेसन के पास है! ) लेकिन ये दावा हलके से मद्द्यम कोरोना पीढित के उपचार के लिए है !
ड्रग रेगुलेटर ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने कंपनी को मार्केटिंग और मेनुफेक्टुरिंग के लिए मंजूरी दे दी जिसके बाद भारतीय मार्केट में प्रोडक्ट को लॉन्च किया गया ! ‘इंडियाटुडे’ के सूत्र के अनुसार, बेंगलोर, मुंबई, हैदराबाद, दिल्ली और अन्य जगह के भारतीय फार्मा ने DCGI को आवेदन दे रखा है और भारत में इसके लॉन्च की तैयारी है !
कंपनी ने ‘फेबिफ्लू’ टेबलेट का एक बॉक्स की कीमत 3500 रु रखी है जिसमे 34 टेबलेट है ! एक टेबलेट की कीमत 103 रु है ! हर टेबलेट 200 Mg की है जिसको पहले दिन 9 टेबलेट (मतलब 1800 Mg) और अगले दिन से 4 टेबलेट (मतलब 800 Mg) 14 दिन खानी है !
कंपनी का दावा 11 साइटों में 90 हल्के और 60 मध्यम कोरोना रोगियों पर एक नैदानिक परीक्षण किया गया था। दवा का दावा है कि हल्के से मध्यम कोरोना रोगियों के उपचार में 80% से अधिक प्रभावकारिता है। कंपनी ने 20 उम्र से लेकर 90 उम्र के लोगो पर जाँच की है !
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(Photo Credit : ParamanandAyurveda.com) |
➨ (पतंजलि) आयुर्वेद और (ग्लेनमार्क) एलोपथी में कितना बड़ा फर्क
१ – कितने दिन में सही हुए लोग ?
पतंजलि : 7 दिन में
ग्लेनमार्क : 14 दिन में
२- कितनी कीमत है ?
पतंजलि : 545 रु में 30 दिन की दावा
ग्लेनमार्क : 6280 रु 14 दिन का इलाज
नोट : ग्लेनमार्क में पहले दिन 9 गोली और अन्य 13 दिन तक 4 गोली ! कुल 61 गोली तक जिसकी कीमत 61 X 103 रु = 6280 रु करीब !
३- कौन सी हानिकारक है ?
पतंजलि : ये एक आयुर्वेद पर आधारित दावा है जिसमे कोई नुकशान नहीं है !
ग्लेनमार्क : जैसे की हम लोगो एलोपेथी की दवाई एक का इलाज करती और दूसरी बीमारी पैदा करती !
नोट : ग्लेनमार्क ने अभी तक ये नहीं बताया कितने लोगो की म्रत्यु हुई है जिनको दवाई दी गई लेकिन पतंजलि ने अपने प्रेस कान्फरेंस में बताया एक भी नहीं !
४- कितनी प्रभावी है ?
पतंजलि : जैसे की निम्स ने बताया 100% असरदार है !
ग्लेनमार्क : जैसे की ग्लेनमार्क ने बताया हलके और मद्ध्यम पीढित को 80% असरदार है !
नोट : पतंजलि ने ये नहीं बताया की वेंटिलेटर वालो पर भी या नहीं लेकिन हम मान लेते है मध्यम पीढित तक !
५- हिंदुस्तान की जड़ो से बनी है ?
पतंजलि : जो हिंदू संस्कृति आयुर्वेद ( जो पंच तत्व पद्दति पर ) पर आधारित दुनिया में सबसे सुरक्षित है !
ग्लेनमार्क : जो अंग्रेजो द्वारा बनाई हुई दवाई है !
नोट :
अब आपके हाथ में है अपनी संस्कृति की तरफ बढे जो हमेशा से कारगर रही थी या अंग्रेजो की बनाई हुई पद्दति की तरफ जो कभी पूरी तरह से कारगर नहीं हुई !