Preplanned : Head Constable Murdered By Delhi Rioters
(Photo Credit : Google) |
➨ दिल्ली कांस्टेबल की हत्या पहले से निर्धारित
दिनांक 08 Jun 2020, दिल्ली पुलिस ने बताया की
“हत्या एक गहरी साजिश का हिस्सा थी !”
दिल्ली पुलिस ने बताया की
क्राइम ब्रांच ने अपनी चार्जशीट में कहा
“हेड कांस्टेबल रतन लाल की हत्या दंगे फ़ैलाने की गहरी साजिश का हिस्सा थी ! उस दिन चाँदबाग में एंटी सीएए के मुस्लिम प्रदर्शनकारियों ने हेड कांस्टेबल रतन लाल और अमित शर्मा के ऊपर हमला किया और ‘रतन लाल’ की गोली मारके हत्या कर दी गई !”दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा के विशेष जाँच दल ने कहा की
“हत्या एक गहरी साजिश का हिस्सा थी !”
दिल्ली पुलिस ने बताया की
“24 Feb 12:30 बजे पहली हिंसा के बाद रतन लाल वरिष्ठ अधिकारियो के साथ गस्त लगा रहा था तब दंगइयो ने उसे गोली मार दी !”जाँच में सामिल एक अधिकारी ने बताया की
“५००० लोग भारी पथराव के साथ गोलीबारी भी हुई ! खबर फैलते ही अति उत्तेजित भीड़ उत्तर-पूर्वी दिल्ली के अन्य हिस्सों जैसे वेलकम, भजनपुरा, जाफराबाद, उस्मानपुर, कर्दमपुरी, ब्रह्मपुरी, चांद बाग, भागीरथी विहार, शेरपुर चौक और विजय पार्क में एकत्रित हो गई। इन सभी जगहों पर व्यापक संघर्ष हुआ। दंगाई लोग भारी संख्या में थे और महिलाएं भीड़ का हिस्सा थीं, जिन्होंने डीसीपी और अन्य पर हमला किया था।"
क्राइम ब्रांच ने अपनी चार्जशीट में कहा
"भीड़ ने घायल पुलिस अधिकारियों का पीछा किया और एक निजी नर्सिंग होम में तोड़फोड़ की, जहां घायल पुलिसकर्मियों को भर्ती कराया गया था।"एक सूत्र ने कहा
"दोपहर 2 बजे के करीब सीएए प्रदर्शनकारियों या भीड़ ने यमुना विहार में एक पेट्रोल पंप की जला दिया ! अपनी जांच में, दंगे असंयमित नहीं थे, लेकिन देश की "सांप्रदायिक संघर्ष", "छवि खराब" करने के लिए किए गए थे !"
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Muslim Men Shahrukh Put Guns On Police Consatable (Photo Credit : PTI) |
➨ दिल्ली में सामने विरोध पीछे दंगे की साजिश
दिनांक 23 Feb 2020, को दिल्ली में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए शाहीन बाघ को महीनो बंद करने से हिंदू परिवारों की जिंदगी पर भी असर पड़ रहा था ! शाहीन बाघ का इस्तेमाल दिल्ली से नोइडा जाने वाली एक रस्ते (Road 13A, GD Birla Marg) को रोक कर धरने पर बैठ गए ! उससे जो नोइडा में काम करने या नोइडा वाले देल्ही में काम करने उनको परेशानी होने लगी जिंदगी पर असर पड़ने लगा ! दूसरे रस्ते में हड से ज्यादा जाम लगने लगा जिसकी वजह से कैयो की नौकरी चली गई और बच्चो का स्कूल जाना बंद क्युकी उन दो महीनो में वो ना तो टाइम से अपने ऑफिस पहुच रहा था ना स्कूल ! जो रास्ता आधे घंटे का था उस दूसरे रस्ते में जाम के चक्कर में ३-५ घंटे का हो गया ! बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे थे ! जबकि मुस्लिम लोगो को कट्टर मौलाना और राजनेता ने भडकाया जिसको पड़ना लिखना नहीं आता (जो बैंक भी जाते है तो दूसरे से फ़ार्म भरवाते हो ) वो इतना कुछ करना इनके बस का नहीं इनको कुछ तथाकथित मौलाना और मंच पे राजनेता ने भडकाया जैसे कांग्रेस की आजीवन अध्यक्ष सोनिया गाँधी ने बोला था की “सड़क पर उतर कर लड़ो !” और कांग्रेस के नेता जैसे मणिशंकर एयर जो पाकिस्तान के बहुत बड़े समर्थक है वो भी वहां गए की हम तुम्हारे साथ है ! दिल्ली के केजरीवाल सरकार के मंत्री से लेकर नेता तक ने खुले समर्थन में शाहीन बाग का समर्थन किया ! जिसमे एक केजरीवाल का नेता ताहिर हुसैन भी सामिल है जिसकी बात लगातार दंगे के समय केजरीवाल और संजय सिंह से हो रही थी !
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Jafrabad Riot Situation (Photo Credit : PTI) |
दिनांक 05 Feb 2020, को दिल्ली पुलिस ने बताया था की
“कपिल गुज्जर’ जिसने खुलेआम गोली चलाई थी शाहीन बाघ की तरफ दो बार वो २०१९ से आम आदमी पार्टी का कार्यकर्ता है !"जो की एक पहले से आम आदमी पार्टी द्वारा निर्धारित लग रहा था ! पूरी लड़ाई में जय श्री राम के नारे को सिर्फ इस जगह वो भी आम आदमी पार्टी द्वारा इस्तेमाल का मतलब क्या था ! एक स्वघोषित मौलाना ने मुसलमानों को देश विरोधी नारे भी दिए जिसमे कहा गया भारत का चिकेन नेट (चिकेन नेट सिक्किम के बगल में कम चौड़ी रोड जो अरुणाचल को जोड़ती है) काट देना चाहिए तब इन्हे पता चलेगा ! यह कहकर ये मुस्लमान सीएए के विरोध में देश विरोध की आग क्यों सुलगा रहे थे ! इस धरने के पीछे भी खासकर छह तत्व समझ आ रहे थे
१- कांग्रेस के नेता का शाहीन बाग जाना और रोड कर लड़ाई का फरमान
२- आप पार्टी के नेता और उनमे से कुछ ताहिर और गोली चलाने वाला कपिल गुज्जर
३- जामिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी
४- अलीगढ मुस्लिम यूनिवर्सिटी
५- जवाहरलाल नेहरु यूनिवर्सिटी
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Muslim Womens throwing Stone On Police (Photo Credit : TFIPost) |
बुर्का वाली आंटी ने कैसे पुलिस वालो के ऊपर पत्थर चलाये !