Congress, CPC sign MoU to enhance party-to-party ties
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Left : Congress Sonia Gandhi & Right Chinese Ambassador (Photo Credit : ChineseEmbassy) |
➨ राहुल गाँधी का चाइना के साथ गुप्त मिलने की वजह
दिनांक 15-16 Jun 2020 को भारत के लदाख इलाके की गैल्वान घाटी के पास भारत और चीनी सैनिको की आपस में जारी तनाव के बीच २० लोग भारत के वीर बहादुर शेर शहीद हो गए लेकिन भारत के वीर बहादुर शेरो ने 43 (३० मारे जा चुके और १३ गंभीर चोटिल है) गीदडो को मार गिराया !
चीनी सेना (गीदड सेना) ने रात में भारतीय सेना पर रात में लाठी और कील लगी लाठी जैसी चीजो से हमला कर दिया जब भारत के सैनिक सो रहे थे ! इस हरकत की जवाब देते हुए भारत के सैनिक भी आकर उनको सबक सिखाया जिसमे दुःख से कहना पढ़ रहा भारत के वीर सैनिक वीरगति को प्राप्त हो गए ! जिसको भारत की विरोधी पार्टियों (कांग्रेस, सपा, सीपीएम, आप) ने ना तो चाइना के खिलाफ एक भी बयान दिया और उल्टा सवाल उठाने चालू कर दिए जैसे उरी और बालाकोट के बाद सेना पर सवाल किया था ! कांग्रेस से लेकर कमीने वामपंथी तक ने देश की सरकार से सीधा सवाल करके और अप्रत्यक्ष सवाल सेना से भी कर दिए जबकि सेना ने समय समय पर पूरी जानकारी प्रेस के मंध्यम से जनता को दी !
कांग्रेस और राहुल एक विपक्ष होने के नाते दुश्मन से लड़ाई के वक्त सरकार और आर्मी की सवाल करना और दुश्मन देश चाइना के प्रति निंदा या धरना देने में क्यों शर्मा रहे है !
१- क्या वही २००८ में हुई कांग्रेस और दुश्मन देश चाइना की पार्टी के साथ जो संधि हुई थी उसका नतीजा है !
२ - क्या जनता को ये भी मान लेना चाहिए कांग्रेस और दुश्मन देश की वामपंथी सरकार और देश के गद्दार वामपंथी के साथ नाजायज संबंध है ! निचे पढ़े संधि कब और किसके बीच हुई !
१- क्या वही २००८ में हुई कांग्रेस और दुश्मन देश चाइना की पार्टी के साथ जो संधि हुई थी उसका नतीजा है !
२ - क्या जनता को ये भी मान लेना चाहिए कांग्रेस और दुश्मन देश की वामपंथी सरकार और देश के गद्दार वामपंथी के साथ नाजायज संबंध है ! निचे पढ़े संधि कब और किसके बीच हुई !
सबूत : लड़ाई के वक्त फर्जी सवाल
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One Day Before Olympic 2008 : Congress Family (Photo Credit : Twitter) |
➨ क्या है MOU में और क्यों किया गया
दिनांक 07 Aug 2008 को कांग्रेस की मालकिन सोनिया गाँधी (उर्फ अंतोनियो मैनो) ने बीजिंग जाके चाइना की पार्टी (या वहां की सरकार एक ही बात है ) से एक संधि की ! सोनिया गाँधी ने वहां चीन के लोगो की भी प्रसंशा की और ओलंपिक खेलो के आयोजन के लिए भी सरकार की प्रसंशा की थी ! दोनों पार्टी ने एक दूसरे को ज्ञापन सौपे ! जैसा की आप सब जानते है जब कोई ज्ञापन होते उसमे कुछ छुपी हुई बाते भी होती है चाहे कोई भी देश हो ! इस ज्ञापन सोनिया गाँधी के साथ राहुल गाँधी भी वहां थे ! आप खुद सोचे सोनिया गाँधी एक देश की तरफ से गई थी या पर्सनल टूर पर ! अगर देश के अधिकारिक टूर पर गई थी तो क्या दूसरे देशो के बीच क्या बात हुई ये पार्टी ज्ञापन देगी ! भारत में सीपीसी और एक गैर-कम्युनिस्ट पार्टी के बीच गंभीर राजनीतिक आदान-प्रदान के नए युग की शुरुआत करने के लिए समझौता ज्ञापन की उम्मीद थी, जो नई दिल्ली में सत्ता साझा करता थी।
इस टूर पर सोनिया गाँधी, राहुल गाँधी और खासकर आनंद शर्मा भी थे ! आपने कुछ दिन पहले भी देखा होगा जाब राहुल गाँधी चुपके से चाइना के एम्बेसी गए थे तबभी आनंद शर्मा राहुल के साथ थे !
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Rahul Gandhi With Chinese Ambassador |
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Rahul Gandhi With Chinese President XI Ping |
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Rahul Gandhi, Anand Sharma With Chinese Meeting |
नोट :कांग्रेस के चाइना से गुप्त रिश्ते अभी तक नहीं समझ आये तो आपके बड़ा विद्वान कोई नहीं है और ना आपको उससे बड़ा विद्वान कोई नहीं बना सकता ! सही लगे तो शेयर जरूर करे !