9th century Shiv Linga unearth by ASI in Vietnam
'My Son' Hindu Temple (Photo : Google Map) |
➨ दिनांक 27 May 2020, को भारत के विदेश मंत्री श्री एस जयशंकर ने अपने ट्विट्टर अकाउंट से देश की जनता के लिए एक ट्वीट किया की
"एक सभ्यतागत संपर्क को पुन: पुष्टि करना। 9 वीं सी सीई के अखंड बलुआ पत्थर शिव लिंग, वर्तमान संरक्षण परियोजना में नवीनतम खोज है। सरहना 'भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण' की तीन को चाम मंदिर, माई सन, वियतनाम परिसर में उनके काम के लिए ! 2011 में वहां की यात्रा को गर्मजोशी से याद किया !"
एक वियतनाम अखबार 'केच न्यूज' के मुताबिक
"वियतनाम में ९ वी शताब्दी का एक शिव लिंग पाया गया है जिसने हमारे देश को भी गौरान्वित किया है ! हिंदू देवता भगवान शिव के प्रतिनिधित्व को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) द्वारा वियतनाम में चाम मंदिर परिसर में पुनर्स्थापना कार्य के दौरान पता लगाया गया है।"
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Arial View Of 'My Son' Hindu Temple |
➨ वर्तमान में एएसआई की चार सदस्यीय टीम माई सन में चौथे सीज़न की बहाली और संरक्षण कार्य में लगी हुई है। पिछले तीन सत्रों से, एएसआई ने परिसर में दो अलग-अलग समूहों में मंदिरों को बहाल किया है। इस बीच, टीम मंदिरों के तीसरे समूह पर काम कर रही है। मंदिरों में वर्तमान बहाली के काम के दौरान, एएसआई टीम ने शिव लिंग पाया। यह एक अति सुंदर सांस्कृतिक मूल्य के सजावटी पैटर्न के साथ एक अखंड संरचना है ! इससे पहले, 'माई सन' मंदिर परिसर में छह अन्य शिव लिंग पाए गए थे। लेकिन नवीनतम खोज को सबसे शानदार माना जाता है। इससे पहले, एक फ्रांसीसी विशेषज्ञ ने 1903-04 में एक मंदिर परिसर की खोज की थी। खुदाई करते समय, फ्रांसीसी पुरातत्वविद ने वर्णन किया था कि वर्तमान में मंदिरों के समूह में शिव लिंग की उपस्थिति है। उस समय, सीमित उत्खनन क्षमताओं के कारण, शिव लिंग नहीं पाया जा सका। वियतनाम में राजनीतिक गड़बड़ी और युद्धों के बाद मंदिर परिसर का विनाश हुआ। इसको UNESCO के मनुमेंट्स में शामिल है और साथ में २००४ में UNESCO ने विएतनाम को करीब तीन करोड़ भारतीय रुपये दिए ! जापान ने भी इस साईट को संरक्षण के लिए भी अलग से मदद दी थी !
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First Three Photo are Shared By ASI |
➨ क्या और कहाँ है ये चाम मंदिर
'चाम मंदिर' वियतनाम के क्वांग नाम प्रांत में 'माय सोन' में स्थित है ! यह चौथी और चौदवी शताब्दी इस्वी में राजा भद्रवर्मन प्रथम के शासनकाल के दौरान बनाया गया था जो उसी छेत्र में प्रसिद्ध 'डोंग डोंग' मठ के लिए भी जिम्मेदार था ! यह मंदिर भगवान शिव की पूजा के लिए समर्पित है जिन्हें विभिन्न स्थानीय नमो से जाना जाता है जिसमे से सबसे महत्वपूर्ण है भद्रेस्व्रा ! मंदिर लगभग दो किलोमीटर चौड़ी एक घाटी में हैं जो दो पर्वत श्रृंखलाओं से घिरा हुआ है।
सबूत वियतनाम न्यूज की खबर
सबूत श्री जयशंकर का ट्वीट