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May 17, 2020

पहले अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, जापान और अब भारत रूस समेत ६२ देश जाँच की मांग करते

अमेरिका ऑस्ट्रेलिया जापान के बाद अब ६२ देश चाहते है इंटरनेशनल जाँच

World Vs China
 (Photo :GenronTech)

 ➨ 
 दिनांक May 17 2020, आज खबर आई की भारत, जापान, ब्रिटेन, कनाडा, न्यूज़ीलैण्ड, इंडोनेसिया, रूस, मेक्सिको, ब्राजील और अन्य २७ यूरोपियन संघ सहित जाँच करने की मांग का समर्थन करते है ! ऑस्ट्रेलिया के अखबार ने बताया की मंगलवार को
"वर्ल्ड हे़ल्थ असेम्बली" में जाने के लिए एक मसौदा प्रस्ताव प्राप्त किया था ! यह विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक डॉ। टेड्रोस घेब्रेयियस से मांग करता है कि जल्द से जल्द उचित समय पर महामारी की अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया की एक निष्पक्ष, स्वतंत्र और व्यापक मूल्यांकन, डब्ल्यूएचओ की कार्रवाई और महामारी की समय-सीमा।"

प्रधान मंत्री जैसिंडा अर्डर्न के कार्यालय के एक प्रवक्ता ने हेल्थ के हेराल्ड के महानिदेशक डॉ। एशले ब्लूमफील्ड को
"न्यूजीलैंड के हितों (कल) का प्रतिनिधित्व करेंगे" बताया। इसकी पूरी सूचि है अल्बानिया, ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, बेलारूस, भूटान, बोत्सवाना, ब्राजील, कनाडा, चिली, कोलंबिया, अल साल्वाडोर, ग्वाटेमाला, आइसलैंड, भारत, इंडोनेशिया, जापान, मैक्सिको, मोनाको, मोंटेनेग्रो, मोजाम्बिक, न्यूजीलैंड, उत्तरी मैसेडोनिया, नॉर्वे, पैराग्वे, पेरू, दक्षिण कोरिया, मोल्दोवा, रूसी संघ, सैन मैरिनो, सिएरा लियोन, दक्षिण अफ्रीका, यूरोपीय संघ और इसके सदस्य राज्य, तुर्की, यूक्रेन, यूनाइटेड किंगडम और ज़ाम्बिया


 ➨  दिनांक May 10 2020, इस कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया को तबाही की तरफ धकेलने की कोशिश है और जिसकी वजह से वैश्विक भू-राजनीतिक परिदृश्य को बदल दिया है ! जिस वजह से दुनिया का चीन के खिलाफ बढते संघर्ष को ट्रिगर करना भी शामिल है ! अब जापान भी चाहता है की क्यों और कैसे वुहान में एक स्थानीय महामारी एक वैश्विक महामारी में बदल गई है जो अब तक तीन लाख से ज्यादा लोगो की मौत करवा चूका है ! जापान चाहता है एक स्वतंत्र अंतररास्ट्रीय जाँच ने चीन को बाकि दुनिया के साथ हवा साफ़ करने का मौका मिलेगा ! लेकिन चाइना की वामपंथी सरकार इस तरह की जाँच का विरोध कर रही है जिसे वो एक भीषण खतरे के रूप में देखती है ! इस मुद्दे को देखते हुवे विश्व स्वास्थ सभा का आगामी सत्र में चाइना के खिलाफ एक स्वतंत्र जाँच संस्था का आवाहन करना चाहिए जिसमे चाइना उसको रोकने की कोशिश करेगा ! इसकी तह तक पहुचना बहुत जरुरी हो चूका है की भविष्य में इस जैसे वायरस को रोकने में मदद मिलेगी ! २००२-२००३ का सार्स प्रकोप को भी चीन ने छुपाने की कोशिश की थी जो 21st सेंचुरी का पहली महामारी थी उस समय भी WHO की हामी थी जाँच के लिए !


 ➨  दिनांक May 05 2020, यूरोपीय संघ के विदेश नीति प्रमुख जोसेफ बोरेल ने कहा कि
”18 मई को डब्लूएचओ की एक आभासी बैठक में इस प्रस्ताव को आगे रखा जाएगा, जो अगले महामारी को रोकने के लिए इस बीमारी की उत्पत्ति के बारे में और अधिक जानकारी प्रदान करने का तरीका प्रदान करेगा। क्योंकि यह अंतिम नहीं था। इससे सबक लेना होगा। डब्ल्यूएचओ की भूमिका की जांच के लिए ब्रिटेन सहित यूरोप के भीतर समर्थन है । मुझे लगता है कि जब अमेरिकी राष्ट्रपति किसी के खिलाफ इस तरह के मजबूत आरोप लगाते हैं, तो उनके पास ऐसी जानकारी होती है जो मेरे पास नहीं है ! " 


 Australian Foreign Minister
(Photo : Reuters)

 ➨  दिनांक Apr 18 2020, ऑस्ट्रेलिया के विदेश मंत्री "मारिज पायने" ने "एबीसी" को इंटरव्यू देते हुवे कहा की
"कोरोना की वैश्विक जाँच और चीन द्वारा उसको सँभालने की जाँच होनी चाहिए! "
पायने ने कोरोनावायरस की उपत्ति को बेहतर ढंग से समझने में देशो की मदद करने के लिए एक स्वतंत्र समीक्षा का आह्वान किया था। यह चाइना को आगे बढ़ाने में मदद करेगा कि वायरस से कैसे निपटा जाए ! उसने पारदर्शिता की स्वतंत्र समीक्षा करने के लिए कहा जिसके साथ वायरस के बारे में जानकारी साझा की गई थी।
पेने ने एक वीडियो के अनुसार कहा,
"पार्टियों, देशों को पारदर्शी होने की इच्छा के साथ टेबल पर आने और उस प्रक्रिया में संलग्न होने और यह सुनिश्चित करने के लिए कि हमारे पास एक समीक्षा तंत्र है जिसमें अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का विश्वास हो सकता है,"
की आवश्यकता होगी।


 ➨  दिनांक Apr 08 2020, मुख्या अमेरिका के सीनेट की विदेश संबंध समिति के अध्यक्ष सीनेटर जिम रिस्क ने
"कोरोना के डब्लूएचओ के अतंगत स्वतंत्र जाँच का आवाहन किया था ! यह पूरी तरह से अस्वीकार्य है कि दुनिया का वैश्विक स्वास्थ्य संगठन चीन सरकार का राजनीतिक कठपुतली बन गया है। डब्ल्यूएचओ ने न केवल अमेरिकी लोगों को विफल कर दिया है और तो और इन्हों ने दुनिया को कोरोना के प्रति प्रतिक्रिया के अपने मिथ्या प्रचार के साथ विफल कर दिया है! डॉक्टर टेद्रोस ने चीनी वामपंथी पार्टी को वैश्विक स्वस्थ और पारदर्शिता के न्यूतम स्तर पर रखने के लिए स्पष्ट अनिच्छा दिखाई और इस महामारी के प्रसार को कुंद करने की दुनिया की क्षमता में बाधा उत्पन्न की। यह पूरी तरह से अस्वीकार्य है कि दुनिया का वैश्विक स्वास्थ्य संगठन चीनी सरकार की राजनीतिक कठपुतली बन गया है।"
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने ट्वीट में कहा की
"डब्लूएचओ ने हमें बिस्पोट से उड़ा दिया है ! किसी कारण के लिए सबसे ज्यादा पैसा अमेरिका देता है और अभी तक चाइना केंद्रीक है ! हम इसे अच्छा लुक देंगे ! सौभाग्य से मैंने चीन से जल्दी हमारी सीमाओं को खुला रखने की उनकी सलाह को अस्वीकार कर दिया। उन्होंने हमें इतनी दोषपूर्ण सिफारिश क्यों दी? "


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