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May 9, 2020

कैलाश मानसरोवर जाने की रास्ता आसान - मोदी सरकार द्वारा उद्घाटन और लिबरल की पोल खोल

मोदी सरकार ने कैलाश-मानसरोवर जोड़ने वाली रोड को खोल दिया

Dharcula To Kailash ( Photo : Civilsdaily )

  दिनांक May 08 2020, को देश के रक्षा मंत्री "राजनाथ सिंह" द्वारा "कैलाश मानसरोवर" के लिए रस्ते का निर्माण पूरा करने के बाद उसको खोल दिया गया है ! "बोर्डर रोड संगठन (BRO)" एक सरकारी संस्था है जिसको पुरे भारत में बोर्डर पर रोड बनाने या निर्माण करके का काम है ! सन 2008 में कांग्रेस सरकार द्वारा इस प्रोजेक्ट के निर्माण का काम चालू किया गया ! लेकिन तब से 2013 तक काम ठन्डे बसते में पड़ा रहा ! उससे बाद मोदी सरकार द्वरा इसको लेकर चिंता जाहिर की और काम को पूरा करने को कहा ! इस प्रोजेक्ट में "बोर्डर रोड संगठन" को धरकुला को लिपूलेख पास से जोड़ा जाना था जिसकी लम्बाई करीब 80km थी ! पिथोरागाढ़ से धरकुला ट्रेन से द्वारा जोड़ा जा चूका था ! लिपुलेख पास वो आखरी गेट है जहाँ से करीब 100km तिब्बत में कैलाश जाया जाता है ! पहले उत्तराखंड वाला रास्ता पैदल रास्ता था और थोडा खतरनाक ! मोदी सरकार ने इसको धरकुला से लिपुलेख पास तक जुड़वाकर तीन तरह के फायेदे होंगे ! मोदी सरकार इसलिए बोल रहा क्योंकी 2015 में मोदी सरकार ने भारत और चाइना के बीच एक "ट्रेड पैक्ट" हस्ताक्षर किये थे ! 
पहला - देश की रक्षा करने वाली आर्मी को
दूसरा - कई छोटे छोटे गांव को
तीसरा - उन हिंदू यात्री को अपने देवी देवता के दर्शन करने को !
 Source : English Version 
 Trade Pact Deal : English Version 

 
Left-Mansarowar & Right-Rakshastal (Photo : Wikimedia)

  अब भारत के तीर्थयात्री आसानी से कैलाश मानसरोवर पहुच सकेंगे जिसकी उचाई 21778 फिट है ! कैलाश पर्वत के पास दो झील है एक मानसरोवर और दूसरी राक्षसताल है ! इसके करीब से कुछ जरुरी नदिया भी बहतीं है नाम इसप्रकार है इन्दुस, सतलज, ब्रम्पुत्र और घाघरा (माँ गंगा की सहायक नदी) ! कैलाश पर्वत तीन तरह के तीर्थयात्री के जरुरी है १- हिंदू २- बुद्ध ३- जैन ! पूरी दुनिया में कुछ पर्वत है जो कैलाश पर्वत की तरह प्रसिद्द होंगे ! हिन्दुओ में मान्यता है ये भगवान शिव, माता पार्वती और उनके दो पुत्र भगवान गणेश, कार्तिक का घर है ! हिन्दुओ के लिए कैलाश पर्वत बहुत बड़ा तीर्थस्थल है और पूरी दुनिया से लोग यहाँ आते है ! बुद्ध में कैलाश पर्वत को "मेरु पर्वत" बुलाते है ! हिंदू धर्म में कहा गया की पुरे ब्रम्हांड में बहुत बड़ी शक्ति का श्रोत है

  कैलाश पर्वत जाने के तीन रस्ते है ! पहला उत्तराखंड, दूसरा नेपाल और तीसरा सिक्खिम !
१- पहले रस्ते के लिए आपको उत्तराखंड में पिथोरागढ़ पहुचना होगा ! उसके बाद वहां से ट्रेन पकड़ कर धरकुला जाना होगा ! फिर वहां से अब रोड के जरिये लिपुलेख पहुचना होगा जो  भारत का आखरी दरवाजा है ! उसके बाद आपको कैलाश जाने में लिए वहां से मिलेगी ! तिब्बत चाइना द्वारा गलत तरीके से कब्जाया हिस्सा है ! ये रास्ता सबसे आसान और रास्ता भी होगा और रास्तो से साथ ही साथ समय भी बचेगा !
२- दूसरे रास्ता के लिए आपको नेपाल के काठमांडू जाना होगा वहां से चाइना में तिब्बत के जरिये आप कैलाश जा पाएंगे ! ये रास्ता मेहेंगा और आरामदेह है !
३- तीसरा रास्ता के लिए आपको सिक्किम से जाना पड़ेगा ! बहुत लंबा रास्ता है ! सिक्किम से जाते वक्त आपको नाथुला पास से गुजरना होगा !

  अब आते है आखरी में, 06 Aug 2019, मोदी सरकार द्वारा भारत के संविधान में गलत अनुच्छेद 35A, 370 को हटाने के बाद कुछ लिबरल जमात ने चिल्लाना चालू कर दिया था की चाइना इससे बहुत गुस्सा है अब मानसरोवर यात्रा के लिए वीसा नहीं देगा ! जबकि चीन ने ऐसा कुछ नहीं कहा था ! में आपको बड़े न्यूजपेपर की लिंक शेयर करता हूँ ! उसमे लिखते है सूत्र बताते है लेकिन आज तक ये सूत्र का पता नहीं चला ना "दा हिंदू", "इनडीटीवी" और ना अन्य का ! ये सारे लिब्रल्स गेंग के कर्मचारी है ! 
 The Hindu Source : English Version 
 NDTV Source : English Version 




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