<b>तालिबान ने कश्मीर को भारत का अंदरूनी मामला बोला</b> - VerifiedNewz.us

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May 19, 2020

तालिबान ने कश्मीर को भारत का अंदरूनी मामला बोला

फर्जी ट्वीट के बाद तालिबान ने कश्मीर को भारत का आंतरिक मामला माना है

Taliban Spokemen Suhail Shaheen
(Photo : Hindustan Times)

 तालिबान मुख्या वार्ताकार के द्वारा बयान
दिनांक 16 May 2020, काबुल - मुख्य तालिबान वार्ताकार शेर मुहम्मद अब्बास स्टानिकजई ने रविवार को एक साक्षात्कार में कहा कि
"भारत ने हमेशा अफगानिस्तान में गद्दारों का समर्थन किया हैअफगानिस्तान में तालिबान का भारतीय योगदान में स्वागत है अगर यह अफगान राष्ट्र के हितों में है लेकिन भारत ने पिछले 40 वर्षों में एक भ्रष्ट समूह के साथ आर्थिक, सैन्य और राजनीतिक संबंध होने में नकारात्मक भूमिका निभाई है। तालिबान का बयान अफगानिस्तान में हिंसा में हाल के उतार-चढ़ाव का अनुसरण करता है, जो दोहा के कतरी राजधानी में तालिबान और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच ऐतिहासिक शांति समझौते की धमकी देता है। जबकि भारत अपने कट्टर-दुश्मन पाकिस्तान को अस्थिर करने के लिए अफगान मिट्टी का सक्रिय रूप से उपयोग कर रहा है, इस्लामाबाद ने लंबे समय से यह सुनिश्चित किया है कि युद्ध प्रभावित देश में शांति के लिए भारत की भागीदारी एक गंभीर खतरा है। दूसरी ओर, अल्पसंख्यकों को मुख्य रूप से घरेलू आतंकवाद के लिए दोषी ठहराते हुए, मोदी सरकार ने अपने ही लोगों पर, विशेष रूप से जम्मू और कश्मीर पर कब्जा कर लिया है, जहां लगभग एक साल से कर्फ्यू की स्थिति है। 2014 से दक्षिण एशियाई देश में बढ़ते सांप्रदायिक तनाव के लिए हिंदू राष्ट्रवादी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार की आलोचना की गई है।"
इस न्यूज को सुनते ही पाकिस्तान खुश हो गया ! पाकिस्तानी टीवी चेनल्स इसको कहा की 
"तालिबान ने हिंदुस्तान में जिहाद का एलन कर दिया है ! जिससे नई लड़ाई शुरू होगी गजवा-ए-हिंद ! "
उसके बाद ट्विटर पर पाकिस्तानी मीडिया फर्जी ट्वीट्स सुहैल शाहीन और तालिबान प्रवक्ता जाबीहुल्लाह मुजाहिद का बता कर लिख रहा था की
"दोस्ती इस्लामिक एमिराट्स और भारत के बीच असंभव है ! और इस्लामिक एमिराट्स कश्मीर पर कब्ज़ा कर लेंगे !"
यहाँ आपको बता दे इस्लामिक एमिराट्स (IEA - Islamic Emirate Of Afganistan) ये अफगान तालिबान अपने आपको बोलता है !  



Taliban Spokemen Suhail Shaheen Tweet
(Photo : Twitter)
 तालिबान ने पाकिस्तानी फर्जी अफवाह को देखते ही बोला 
दिनांक 18 May 2020, पाकिस्तान की अफवाह के कक्कर में तालिबान के रियल प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने सोमवार को स्पष्ट किया कि
"भारत के संबंध में सोशल मीडिया पर एक बयान प्रसारित किया गया है और इसके लिए जिम्मेदार इस्लामिक अमीरात नहीं है, जिसकी नीति दूसरों के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करने के लिए बहुत स्पष्ट है।"
दोहा, कतर स्थित तालिबान राजनीतिक कार्यालय के प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने ट्वीट किया
"भारत के बारे में कुछ बयान जो भारत में इस्लामिक अमीरात से संबंधित नहीं हैं, के बारे में बताया गया है। पड़ोसी राज्यों के बारे में इस्लामी नीति बहुत स्पष्ट है कि हम अन्य देशों के घरेलू मुद्दे में हस्तक्षेप नहीं करते हैं"। 


 अफगान में हुई हालिया घटना  
तालिबान की ये बयान क्यों दिया है जरा कुछ दिनों की हालिया घटनाओ को देखते है समझ जायेंगे !

16 May 2020, अफगानिस्तान की सरकार ने अन्तंक्वादी हमलों को देखते हुवे तालिबान के खिलाफ अपने आक्रमण का बचाव किया ! अफगान सरकार ने तालिबान के खिलाफ आक्रामक रुख अपना रखा था और कुछ दिन पहले ही गनी ने अपनी सेना को आक्रामक रुख अपनाने को कह दिया है तालिबान के खिलाफ अपने जनता को बचाने के लिए !
 सबूत यहाँ क्लिक करे 

17 May 2020 04:23PM, तालिबान ने बोम्ब ब्लास्ट किया था जो की खोस्त में सड़क किनारे किया था ! ६ नागरिक में पब्लिक हे़ल्थ कमिसनर और तीन डॉक्टर साहित घायल हुवे थे !
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17 May 2020 05:56PM, अफगान के राष्ट्रपति गनी ने अपने धुर्र विरोधी अब्दुल्लाह के साथ सत्ता-साझा का समजौते पर हस्ताक्षर कर लिए अफगानिस्तान की भविष्य के लिए !
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17 May 2020 09:42PM, इस समझौते को लेके भारत के प्रधानमंत्री और विदेश मंत्रालय की तरफ से बयान जारी किया गया और कहा गया की
"भारत ने समावेशी शासन, राष्ट्रीय एकता, मजबूत संस्थानों, संवैधानिक व्यवस्था, समाज के सभी वर्गों के अधिकारों और अफगानिस्तान की क्षेत्रीय अखंडता का लगातार समर्थन किया है । नव-हस्ताक्षरित राजनीतिक समझौते और उच्च परिषद के राष्ट्रीय सुलह के निर्माण से स्थायी शांति और स्थिरता स्थापित करने और बाहरी रूप से प्रायोजित आतंकवाद और हिंसा को समाप्त करने के लिए नए सिरे से प्रयास होंगे।"
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 तालिबान के प्रवक्ता ने क्यों दी सफाई 
मुद्दा ये है की गनी सरकार भारत की मदद से तालिबान पर भारी पढ़ रही थी ! ऊपर से अफगान सरकार ने तालिबान के खिलाफ आक्रामक रुख इस्तेयार कर रखा है और अभी परसों के दिन गनी ने अपने दुर्र विरोधी को अपनी सरकार में सामिल कर लिया है अब पूरा अफगानिस्तान एक होके लड़ने को तैयार हो गया ! तालिबान जान चूका है भारत के खिलाफ जाके जितना मुश्किल हो रही है ! लेकिन तालिबान पर भरोसा करना नामुमकिन है ! कुछ दिन पहले यूएस की तरफ से भारत को राय दी गई थी की तालिबान से बात करो ! लेकिन भारत ने अभी तक ये राय पर ध्यान नहीं दिया क्युकी अफगान की गनी सरकार से भारत के रिश्ते बहुत अच्छे है इसलिए भारत तालिबान से बात नहीं करना चाहता ! भारत के पास दो रस्ते है 
१- गनी के साथ तालिबान से बात करना चालू करे ??
२- या सिर्फ गनी के साथ ही खड़ा रहे ??

इसपर राय देना आसान नहीं है !


 न्यूज तालिबान की क्लिक करे 

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