Nepal Taking a step against India Why?
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Left : Ambassador Vinay Mohan & Right : Minister Bhanu Bhakta Dhakal |
➨ भारत द्वारा नेपाल को मदद बिना पैसे के
दिनांक 22 Apr 2020 05:05PM को भारत के राजदूत विनय मोहन ने नेपाल के स्वास्थ मंत्री भानुभाक्ता धाकल को 23 टन दवाई उपहार में दी थी जिसमे 320000 टेबलेट पेरासिटामोल, 250000 टेबलेट हैद्रोक्सीक्लोरोक्वीन और 250000 टेबलेट्स अन्य जरुरी दवाइयां थी जो भारत ने अमेरिका, ब्राजील अन्य देशो को दवाई बेचीं है ! उसके बाद प्रधानमंत्री केपी ओली ने कहा
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दिनांक 22 Apr 2020 05:05PM को भारत के राजदूत विनय मोहन ने नेपाल के स्वास्थ मंत्री भानुभाक्ता धाकल को 23 टन दवाई उपहार में दी थी जिसमे 320000 टेबलेट पेरासिटामोल, 250000 टेबलेट हैद्रोक्सीक्लोरोक्वीन और 250000 टेबलेट्स अन्य जरुरी दवाइयां थी जो भारत ने अमेरिका, ब्राजील अन्य देशो को दवाई बेचीं है ! उसके बाद प्रधानमंत्री केपी ओली ने कहा
"चिकित्सा सुविधा प्रधान करने के लिए भारत के प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी को धन्यवाद दिया ! मै नेपाल में २३ टन की आवश्यक दवाओं के लिए भारत के उदार समर्थन के लिए प्रधानमंत्री मोदीजी को धन्यवाद देता हूं ।"भारतीय प्रधान मंत्री मोदी ने पिछले महीने SAARC नेताओं के साथ एक वीडियो कॉन्फ्रेंस की और भारत के पड़ोसियों को हर संभव सहायता देने की पेशकश की, और SAARC कोरोना इमरजेंसी फंड में US $ 10 मिलियन देने का वादा किया।
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दिनांक 17 May 2020 02:00PM को भारत के राजदूत विनय मोहन ने बताया की
"नेपाल में स्वास्थ्य और जनसंख्या भानुभक्त धाकल को कोरोना से लड़ने के लिए RT-PCR चिकित्सा आपूर्ति प्रदान की थी ! भारत के लोगों को नेपाल के लोगों के लिए उपहार के रूप में यह खेप नेपाल के स्वास्थ्य पेशेवरों को लगभग 30,000 लोगों पर पीसीआर परीक्षण करने में सक्षम बनाएगी। "जिसके लिए नेपाल ने भारत का धन्यवाद दिया था ! चिकिस्ता आपूर्ति में परिक्षण किट, दवाई और अन्य सामान दिया था ! नेपाल सरकार के विदेश मंत्री प्रदीप ग्यावली ने एक ट्वीट करके कहा की
"स्वास्थ्य और जनसंख्या मंत्रालय को 30,000 परीक्षण के लिए चिकित्सा रसद और परीक्षण किट प्रदान करने के लिए ईमानदारी से धन्यवाद, जो आज महामारी से लड़ने के लिए चल रहे सहयोग के हिस्से के रूप में दिया गया है !"
➨ नेपाल ने द्वारा बयानबाजी ना करके राजनयिक के जरिये सुलझाना चाहिए
दिनांक 20 May 2020
03:28PM को नेपाल सरकार द्वारा नया राजनीतिक मानचित्र जिसमे नेपाल के अंदर कालापानी, लिपुलेख और लिपियाधुरा सहित दिखाया है ! उसका छेत्रफल 335 वर्ग किलोमीटर है ! वहां के अधिकारियो अनुसार
मंत्री अर्याल ने कहा की
03:28PM को नेपाल सरकार द्वारा नया राजनीतिक मानचित्र जिसमे नेपाल के अंदर कालापानी, लिपुलेख और लिपियाधुरा सहित दिखाया है ! उसका छेत्रफल 335 वर्ग किलोमीटर है ! वहां के अधिकारियो अनुसार
"भारत में वर्तमान में कब्जे किये गए विवादित भूमि को जोड़ने के साथ, नेपाल का कुल छेत्रफल 147181 वर्ग किलोमीटर से बढ़ कर 147516 वर्ग किलोमीटर हो जायेगा!"
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Nepal Government Claimed |
"नक्शा तुरंत उपयोग में आ जायेगा ! कालापानी के पास गूंजी, नवी और कुति सहित क्षेत्र जो पहले के नक़्शे में छोड दिए गए थे, उन्हें भी नए नक़्शे में सामिल किया गया है ! हमें उम्मीद है की भारत नेपाल के फैसले को सकारात्मक तरीके से लेगा !"
04:30PM नेपाल के कमुनिस्ट पीएम केपी ओली ने एनडीटीवी के हवाले से बताया की
"जो लोग अवैध चैनलों के माध्यम से भारत से आ रहे है वे देश में वायरस फैला रहे है और कुछ स्थानीय प्रतिनिधि और पार्टी के नेता बिना उचित परिक्षण के भारत से लेन के लिए जिम्मेदार है! बाहर के लोगों के प्रवाह के कारण कोरोना को शामिल करना बहुत मुश्किल हो गया है। भारतीय वायरस अब चीनी और इतालवी की तुलना में अधिक घातक दिखता है। अधिक संक्रमित हो रहे हैं, "संसद में एक भासन में ओली ने कहा की
"भारत को अपने देश में कोरोना मामले के प्रसार के लिए दोषी ठहराया !"
09:06PM भारत की तरफ से विदेश मत्रालय ने कहा की
"क्षेत्रीय दावों के कृत्रिम विस्तार को भारत द्वारा स्वीकार नहीं किया जाएगा ! नेपाल सरकार ने आज नेपाल का एक संशोधित आधिकारिक नक्शा जारी किया है जिसमें भारतीय क्षेत्र के कुछ हिस्से शामिल हैं। यह एकतरफा कृत्य ऐतिहासिक तथ्यों और साक्ष्यों पर आधारित नहीं है। कूटनीतिक संवाद के माध्यम से बकाया सीमा के मुद्दों को सुलझाने के लिए द्विपक्षीय समझ के विपरीत है। नेपाल इस मामले में भारत की सुसंगत स्थिति से अच्छी तरह वाकिफ है और हम नेपाल सरकार से इस तरह के अनुचित कार्टोग्राफिक दावे से परहेज करने और भारत की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करने का आग्रह करते हैं। "
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Chinese Ambessdor Hou Yanqi |
➨ चाइना का नेपाल की वामपंथी सरकार को बचाना और उसका एहसान
दिनांक 02 May 2020, कुछ समय पहले जो आज की नेपाल की वामपंथी सरकार है इसके दो खेमे हो गए थे जिसकी वजह से केपी ओली की कुर्शी चली जाती ! उसी समय चाइना के राजदूत नेपाल में होऊ यांकी ने
दिनांक 02 May 2020, कुछ समय पहले जो आज की नेपाल की वामपंथी सरकार है इसके दो खेमे हो गए थे जिसकी वजह से केपी ओली की कुर्शी चली जाती ! उसी समय चाइना के राजदूत नेपाल में होऊ यांकी ने
"नेपाल के व्यम्पंथी पार्टी के बड़े नेताओ के साथ कई बैठक चालू करदी जिसमे सत्ता में पार्टी के भीतर चल रहे दो खेमे पर चिंता व्यक्त की और एक एक अंतरराष्ट्रीय आंदोलन के लक्ष्य के खिलाफ एक उभार के रूप में कार्य करने के लिए समर्थन मांगा !"चाइना की होउ यांकी ने नेपाल के प्रधान मंत्री केपी शर्मा को बुलाया और शुक्रवार को वह नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष पुष्पा कमल दहल और वरिष्ठ नेता माधव कुमार नेपाल, दोनों पूर्व प्रधानमंत्रियों के साथ मुलाकात की। जिसमे चाइना ने नेपाल के तीन इंटरनल मुद्दे में हस्तछेप किया जो की सत्ता दल में आंतरिक लड़ाई, कोरोना से लड़ने के लिए नेपाल को चीनी सहायता और कोरोना के के अंतर्राष्ट्रीय राजनीतिकरण के खिलाफ नेपाल का समर्थन जहां अमेरिका सहित कई देश हैं महामारी के लिए चीन को जिम्मेदार ठहराने की कोशिश कर रहे हैं। मंत्रालय के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा
"कूटनीतिक आचार संहिता के अनुसार, विदेश मंत्रालय के अधिकारियों को ऐसी बैठकों में उपस्थित होना चाहिए, लेकिन हमें सूचित नहीं किया गया।" "इसलिए बैठकों का कोई संस्थागत रिकॉर्ड नहीं है और हमें नहीं पता कि क्या बात कर रहे थे।"
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Nepal Train CD |
➨ चाइना और नेपाल की वामपंथी सरकार रेलवे प्रोजेक्ट
दिनांक 12 May 2017 को नेपाल की वामपंथी सरकार ने चीन के वन बेल्ट वन रोड को एक शिखर सम्मलेन में हस्ताक्षर कर दिए ! सबूत
साल 2018 में नेपाल वामपंथी सरकार ने बिआरई के लिए सो समीति बनाई जिसमे एक को विदेश सचिव और दूसरे को वित्त सचिव की अध्यक्षता में ! उसी साल नेपाल ने वामपंथी सरकार केपी ओली ने चीन का दौरा किया और रेलवे सहयोग पर चौदा समझौते पर हस्ताक्षर कर दिए ! सबूत
ऐसी साल चाइना ने एक कीरुंग से काठमांडू तक सीमा पार रेलवे के लिए एक पूर्व-व्यवहार्यता अध्ययन किया। सबूत
दिनांक 29 Apr 2019 को नेपाल चाइना ने क्रोस बार्डर रेलवे को ट्रांस-हिमालयन कनेक्टिविटी नेटवर्क के हिस्से के रूप में सूचीबद्ध किया गया था। सबूत
दिनांक 04 May 2019 को नेपाल की वामपंथी सरकार द्वारा घोषित रेलवे निर्माण अगले दो वर्षों में एक विस्तृत अध्ययन के लिए उचित बजट आवंटित किये बिना ! सबूत
➨ नेपाल के लोगो को सोचना होगा इन बातों पर
१- साउथ एशिया में नेपाल के अलावा किसी भी देश ने किसी और भी देश के बारे में ऐसे बयान नहीं दिए इस महामारी के समय की भारतीय ये कोरोना वायरस फैला रहे हो !
२- भारत ने उल्टा नेपाल की हेल्प करी है वो भी फ्री देके जबकि विदेशो में बेचीं है !
३- ये सब चाइना की नेपाल सरकार में हस्तछेप हद से ज्यादा हो चुकी है इसलिए !
४- चाइना ने नेपाल की पार्टियों से नेपाल की कुर्शी बचाने की वजह से उनका साथ दे रहा है ठीक वैसे कुछ साल पहले श्रीलंका और मालदीव ने भी ऐसा किया था लेकिन जाब सत्ता बदली तो खुद चाइना के खिलाफ हो चुके !
५- नेपाल में इस समय की सत्ता के लिए पूर्व प्रधान मंत्री चंद्र शेखर (समाजवादी जनता पार्टी) जिम्मेदार है क्युकी इन्हों ने नेपाल में संवैधानिक राजशाही को खत्म कराकर संघीय लोकतांत्रिक गणराज्य में बदल दिया तब से आज तक वामपंथी ने वहां से पार्टियां ही खा गए और तभी तक नेपाल हिंदू राष्ट्र था अब नहीं ! सबूत
६- वामपंथी दुनिया में कहीं हो लेकिन उनकी पार्टी में चेयरमैन नहीं होता क्युकी ये चाइना के चेयरमैन को अपना चेयरमैन मानते है ! आपको ध्यान होगा डब्लूएचओ के अध्यक्ष के द्वारा चाइना का समर्थन ! १९६२ में वामपंथी ने क्या कहा था !
८- नेपाल चाइना के जाल में फसने को तैयार बीआरआई प्रोजेक्ट को लेके ! मजदूर भी उनके, पैसा तुम्हारा, ब्याज भी तुम्हारा ?? सबूत
९- भारत के वामपंथी सीताराम येचुरी ने कभी भारत में आये प्राकर्तिक नुकशान में एक पैसा नहीं दिया वो नेपाल की वामपंथी को क्यों ५ करोड़ से अधिक का चेक दिया जरा सोचो ?? सबूत
१०- क्यों भारतीय वामपंथी येचुरी को नेपाल की सरकार में इतना इंटरेस्ट है क्युकी येचुरी ने माओवादियों को मुख्यधारा की राजनीति में लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी ?? सबूत
➨ नेपाल के BRI प्रोजेक्ट के बारे में ज्यादा जानना हो निचे क्लिक करे