👉🏻 दा वायर के जन्मदाता सिद्धार्थ के फर्जी न्यूज या फर्जी समय बता कर योगी सरकार को बदनाम करने की कोशिश की 👉🏻
🤜🏻 दिनांक ३१ मार्च २०२०, को मिस्टर सिद्धार्थ वर्धराजन (एक राईटर, दा वायर) ने अपने एक ऑनलाइन पोर्टल में योगी सरकार के खिलाफ एक फर्जी न्यूज चलाई !
🤜🏻 उसमे उसने बताया है की योगी सरकार २५ मार्च से दो अप्रैल को राम नवमी का भव्य समारोह करने का प्लान किया है ! और उसी समय तबलीगी जमानत का भी इवेंट हुआ था !
जो की सरासर झूट है पहला झूट :- तबलीगी जमात का कार्यक्रम १ मार्च से २१ मार्च का था ?दूसरा झूट :- योगी सरकार ने कार्यक्रम का कोई प्लान नहीं था ?🤜🏻 उसके बाद योगी सरकार के मीडिया सलाहकार "मृत्युंजय कुमार" ने कहा "अगर वो अपना ट्वीट और फर्जी न्यूज डिलीट नहीं करते तो उसके खिलाफ कानूनी FIR करेंगे"
🤜🏻 दिनांक ०१ अप्रैल २०२०, उसके बाद भी सिद्धार्थ ने ट्वीट और फर्जी स्टोरी को डिलीट नहीं किया तो योगी सरकार के मीडिया सलाहकार ने FIR करदी ! उसका फोटो निचे दिया है साथ ही ANI का ट्वीट का लिंक भी !
👉🏻 दा वायर की कई पुरानी खुरापात 👉🏻
🤜🏻 उसके पहले राज्य सभा से भी "दा वायर” को अवेध रूप से अपनी कॉपीराइट सामग्री रखने और उसका उपयोग करने के लिए कानूनी नोटिस दिया था !🤜🏻 क़ानूनी नोटिस में पोर्टल पर राज्यसभा टीवी की कॉपीराइट सामग्री को गैर क़ानूनी तरीके से चोरी करके उपयोग करने का आरोप लगा ! और उनको क़ानूनी चेतावनी दी गई थी अगर ऐसा करने में विफल रहता है तो वे नागरिक और अपराधिक परिणाम के लिए उत्तरदाई होंगे !🤜🏻 १७ सितम्बर २०१८ को भी, “दा वायर” ने एक फर्जी कहानी प्रकाशित की थी. “ राज्यसभा टीवी बेंच ने भारत छोडो आन्दोलन में बाजपाई की भूमिका के बारे में सवाल किया था !”
🤜🏻 नोटिस में ये भी कहा गया की एस क्लिप को कट करके इस्तेमाल करने की कोई इजाजत नहीं ली गई थी ! उसके लिए “दा वायर” के दो संपादक “ऍम के वेणु” और “सिद्धार्थ” को राज्यसभा टीवी की उपस्थिति में १५००० रु का हर्जाना देना पड़ा था !
🤜🏻 इसलिए इनकी न्यूज पर विश्वास बंद करे ! सीधे किसी भी इंसान के ऑडियो विडियो सुने ना की इन मीडिया की बाते ! इनका काम है पैसा के लिए सरकार को कोसना और जनता को बहकाना !
Source :-
1 - Siddharth Tweet
2- ANI Tweet With FIR copy