👉🏻 सुप्रीमकोर्ट में पीऍम केयर के खिलाफ जनहित याचिका 👈🏻
➡ दिनांक 28 Mar 2020, प्रधान मंत्री मोदी जी द्वारा देश को महामारी से लड़ने के लिए एक प्रधानमंत्री नागरिक सहायता और राहत कोष (पीऍम केयर) की स्थापना की गई ! इस निधि के मेम्बर चार लोग होते है पहला प्रधानमंत्री जी, दूसरा रक्षामंत्री, तीसरा गृहमंत्री और आखरी वित्तमंत्री ! इसको बनाने की जरुरत क्यों पड़ी जबकि पहले प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष था ! आपको बता दिया जाये इस कोष को जवाहर लाला नेहरु द्वारा बनाया गया था लेकिन इसके एक त्रुटि थी की कांग्रेस का अध्यक्ष हमेशा इसका मेम्बर रहेगा भले उसका प्रधानमंत्री या सरकार ना हो ! इससे आखिरी समय में पैसा देते समय कांग्रेस का दखलंदाजी बढ़ जाती थी !
➡ इस जनहित याचिका दिनांक 12 Apr 2020 को वकील ऍम एल शर्मा के द्वारा दायर की गई थी ! इसमे कहा गया इसको खत्म किया जाये ! सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई की तारीख 13 Apr 2020 दे दी !
➡ दिनांक 13 Apr 2020, एक बेंच जो की श्रीमान चीएफ़ जस्टिस एस ए बोबडे द्वारा सुनी गई विडियो कोन्फेरेंस के जरिये ! इसमे कहा गया था अदालत की निगरानी वाली SIT के अंडर में लाया जाये ! यह कहा गया कि ट्रस्ट को अनुच्छेद 267 और 266 (2) के अनुसार बनाया जाना था, जो कि संविधान की आकस्मिकता और समेकित निधि से संबंधित है। लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने इस स्थापना के फैसले को रोकने से इंकार कर दिया है !
Source
English Version PIL against PM Cares
English Version PIL Against Jaya Bachchan