👉🏻 सोनिया गाँधी द्वारा फिर से एक ५ सूत्री पत्र लिखा गया प्रधान मंत्री जी को 👈🏻
➡ दिनांक २७ अप्रैल २०२०, सोनिया गाँधी - सलमान खुर्शीद की माँ, द्वारा प्रधान मंत्री जी को ५ सूत्री प्लान का पत्र लिखा गया है लेकिन कोई सोनिया गाँधी ने नहीं लिखा ये इनके सलाहकारों ने लिखा है ! जिसमे उन्हों बताया सरकार को क्या करना चाहिए ! ये पत्र "माध्यम केटेगरी के व्यापारी को कुछ देना चाहिए" ! आएये पहले बताते है क्या प्लान बताया फिर उनकी दोगली निति के बारे में भी वार्तालाप करेंगे और उन्हों ने इंग्लिश में पत्र लिखा है मैंने उसका हिंदी अनुवाद करके निचे लिख दिया है ! एक बार और जब से कांग्रेस सत्ता से बाहर है तब से देश की चिंता पत्र लिख लिख कर व्यक्त कर रही है ! लेकिन इनके सलाहकारों की कोई सुनता ही नहीं !
➡ प्लान १.
English : a Rs 1 lakh crore MSME Wage protection package. This would go a long way in shoring up these jobs, boosting morale as well as greatly alleviating the predicted economic spiral.
हिंदी : एक लाख करोड़ का एमएसएमई मजदूरी संरक्षण पैकेज ! यह इन नौकरियों को दूर करने के लिए एक लंबा रास्ता तय करेगा, मनोबल को बढ़ाने के साथ-साथ अनुमानित आर्थिक सर्पिल को कम करना।
➡ प्लान २.
English : establish and deploy a credit guarantee fund of Rs 1 lakh crore to provide immediate liquidity to the sector and ensure adequate capital is available to MSMEs at a time when they need it most.
हिंदी : सेक्टर को तत्काल तरलता प्रदान करने और पर्याप्त पूंजी सुनिश्चित करने के लिए 1 लाख करोड़ रुपये की क्रेडिट गारंटी फंड की स्थापना और तैनाती !
➡ प्लान ३.
English : actions taken by RBI must get reflected in actions by commercial banks to ensure adequate, easy and timely credit to MSMEs.
हिंदी : RBI द्वारा की गई कार्रवाइयों को वाणिज्यिक बैंकों द्वारा MSMEs को पर्याप्त, आसान और समय पर क्रेडिट सुनिश्चित करने के लिए कार्यों में परिलक्षित होना चाहिए।
➡ प्लान ४.
English : These measures need to be supported by an expansion and extension of the RBI’s moratorium on payment of loans for MSME beyond the stipulated period of three months. The government should also explore a waiver/reduction of taxes for MSMEs and other sector specific measures.
हिंदी : तीन महीने की निर्धारित अवधि से परे MSME के लिए ऋण के भुगतान पर RBI के अधिस्थगन के विस्तार और विस्तार से इन उपायों का समर्थन करने की आवश्यकता है। सरकार को एमएसएमई और अन्य क्षेत्र विशिष्ट उपायों के लिए करों की छूट / कटौती का भी पता लगाना चाहिए।
➡ प्लान ५.
English : Government has acknowledged MSMEs to be the backbone of our economy. It is time it takes measures to ensure the revival and strengthening of that backbone. This is a case where timely and decisive action can make all the difference.
हिंदी : सरकार ने MSMEs को हमारी अर्थव्यवस्था की रीढ़ माना है । यह समय है कि उस रीढ़ की पुनरुद्धार और मजबूती को सुनिश्चित करने के उपाय किए जाएं। यह एक ऐसा मामला है जहां समय पर और निर्णायक कार्रवाई सभी अंतर ला सकती है।
👉🏻 सोनिया गाँधी के ५ सूत्र के कुछ जवाब 👈🏻
➡ दिनांक २७ अप्रैल २०२०, इन पोइंट्स पर सुब्रमण्यम स्वामी जी ने ट्विटर पर चुटकी ली और कहा "UPA काल (मनमोहन काल) में सबको बर्बाद कर दिया गया था अब प्रधान मंत्री को चिट्ठी लिखने से क्या फ़ायदा !"➡ दिनांक २७ मार्च २०२०, ठीक एक महीने पहले प्रधानमंत्री मोदी जी ने पहले ही एक लाख सत्तर हज़ार करोड़ का पैकेज पहले ही दे दिया जा चूका है !
➡ दिनांक २३ मार्च २०२०, आरबीआई ने पहले ही एक लाख करोड़ रु लिक्विडिटी इंजेक्ट करने की प्लान बना चुकी !
➡ दिनांक २७ अप्रैल २०२०, आरबीआई ने फिर म्यूचुअल फंड पर दबाव कम करने के लिए 50,000 करोड़ रुपये की तरलता की सुविधा की घोषणा की !
नोट :- हर ऊपर के सवाल, जवाब, सूत्र, क्या किया , या क्या नहीं किया, सबका सबूत लगा हुआ है !
Source :
English Version सलमान खुर्शीद की माँ वाला बयान
English Version सोनिया गाँधी द्वारा भेजा पत्र ५ सूत्री
English Version प्रधानमंत्री मोदी द्वारा एक लाख सत्तर हज़ार करोड़
English Version आरबीआई ने १ लाख करोड़
English Version आरबीआई ने ५०००० करोड़ मुतुअल फंड के प्रेसर के लिए